ब्रिटेन में फिर तेजी से बढ़ रहे हैं कोरोना के मामले

लंदन। ब्रिटेन में एक बार कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। इसकी पुष्टि ब्रिटेन के ऑफिस फॉर नेशनल स्टैटिस्टिक्स ने की है। ब्रिटेन के ऑफिस फॉर नेशनल स्टैटिस्टिक्स (ओएनएस) ने कहा है कि देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या तकरीबन दो तिहाई बढ़ गई है।

ब्रिटेन में कोरोना के मामलों की आधिकारिक आंकड़ों का हिसाब-किताब करने वाली सबसे बड़ी स्वतंत्र संस्था ओएनएस का आकलन है कि 29 मई वाले सप्ताह में करीब एक लाख लोग कोरोना संक्रमित पाए गए, जो इससे पहले सप्ताह से 60,000 अधिक है।

इसका मतलब यह है कि हर 660 लोगों में एक व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। ओएनएस ने कहा कि ऐसा लगता है कि कोरोना मामलों में बढ़ोतरी का कारण कोरोना वायरस का डेल्टा वेरिएंट है जो सबसे पहले भारत में पाया गया था।

सरकारी आंकड़ों के अनुसार ब्रिटेन में शुक्रवार को कोरोना के 6,278 नए मामलों की पुष्टि हुई है। इसमें से 954 लोग अस्पताल में भर्ती हैं जबकि 11 की मौत हुई है।

ब्रिटेन में डेल्टा वेरिएंट की भरमार

ब्रिटेन में कोरोना के नए मामलों में बढ़ोतरी के बावजूद पहले के सप्ताह के मुकाबले अस्पतालों में मरीजों की भर्ती और मौतों के आंकड़ों में थोड़ी कमी देखी गई है।

ओएनएस का कहना है कि जिन इलाकों में कोरोना संक्रमण के अधिक मामले पाए जा रहे हैं, वहां अगर डेल्टा वेरिएंट की जांच की व्यवस्था की जाए तो वहां पहले से अधिक मामले मिल सकते हैं।

मालूम हो कि डब्लूएचओ ने हाल ही में कोरोना वायरस के वेरिएंट के नामकरण के लिए एक नए सिस्टम का ऐलान किया था।

इसके तहत भारत, ब्रिटेन, दक्षिण अफ्रीका समेत दूसरे देशों में पाये जाने वाले कोरोना वेरिएंट का नाम रखने के लिए ग्रीक भाषा के अक्षरों का इस्तेमाल किया जाना है।

भारत में सबसे पहले पाये गए B.1.617.1 वैरिएंट को कप्पा और  B.1.617.2 वेरिएंट को डेल्टा कहा जाएगा। इसके साथ ही ब्रिटेन में पाये गए वेरिएंट को अल्फा और दक्षिण अफ्रीका में पाये गए वेरिएंट को बीटा नाम दिया गया है।

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