नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कांग्रेस पर भगोड़े व्यापारी नीरव मोदी को बचाने का आरोप लगाते हुए कहा है कि विपक्षी दल बेशर्मी के साथ उसका बचाव कर रहा है। पार्टी ने कहा कि कांग्रेस नीरव मोदी के भारत में प्रत्यर्पण के लिए सरकार द्वारा किेए जा रहे प्रयासों का विरोध कर रही है। इतना ही नहीं भाजपा ने यह भी आरोप लगाया है कि कांग्रेस ने नीरव के मामा मेहुल चौकसी को भी मदद पहुंचाई है।
भाजपा के वरिष्ठ नेता व केंद्रीय कानून एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने गुरुवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि बीते बुधवार को प्रत्यर्पण की कानूनी कार्यवाही में मुंबई हाई कोर्ट के सेवानिवृत्त न्यायाधीस अभय थिप्से नीरव मोदी के बचाव में पेश हुए थे। वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से हो रही कार्यवाही में उन्होंने भगोड़े व्यवसायी के बचाव में जिरह करते हुए कहा कि नीरव के उपर लगे आरोप भारतीय कानून के मुताबिक नहीं है। ऐसे में उसे कानूनी तौर पर दोषी नहीं माना जा सकता।
रविशंकर ने कहा कि थिप्से मुंबई हाईकोर्ट सेवानिवृत्त न्यायाधीश हैं और इन्हें प्रशासनिक कार्यों के लिए सेवानिवृत्ति से 10 महीने पहले इलाहाबाद हाईकोर्ट स्थानांतरित किया गया था। उन्होंने कहा कि रोचक बात है कि अभय थिप्से ने 13 जून 2018 को कांग्रेस की सदस्यता ली थी। उन्होंने कहा कि थिप्से के पार्टी में शामिल होने के वक्त राहुल गांधी, अशोक गहलोत और अशोक चव्हाण भी मौजूद थे। रविशंकर ने कहा कि मेरा साफ आरोप है थिप्से कांग्रेस के इशारे पर काम कर रहे हैं और नीरव मोदी को बचाने की कोशिश की जा रही है।
भाजपा नेता ने कहा कि नीरव मोदी से संबंधित मामले संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) के पहले और दूसरे कार्यकाल के हैं। उन्होंने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को भी आड़े हाथों लेते हुए कहा कि वह 13 सितंबर 2013 को नीरव मोदी के एक कार्यक्रम में भी शामिल हुए थे। रविशंकर ने कहा कि कांग्रेस ने हर प्रकार से नीरव मोदी और मेहुल चौकसी को बचाने की कोशिश की है। अब जब वो गिरफ्तार हो गए हैं, तो कांग्रेस से जुड़े पूर्व न्यायाधीश थिप्से उनको बचाने की कोशिश में लगे हैं।
उल्लेखनीय है कि अभय थिप्से 2018 में कांग्रेस में शामिल हुए थे। भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने ट्वीट कर कहा है कि यहां भारत में राहुल गांधी नीरव मोदी को लेकर सरकार से सवाल पूछते हैं दूसरी तरफ राहुल के खास एवं कांग्रेस के अभय थिप्से (पूर्व न्यायाधीस) नीरव मोदी के पक्ष में गवाह बनते हैं। आखिर क्या है जो राहुल नहीं चाहते कि नीरव भारत आए।