गाजियाबाद। मुरादनगर थाना क्षेत्र के बहादुरपुर गांव में एक युवक ने अपनी सगी चाची व उसकी दो मासूम बच्चियों की दूध में जहर पिलाकर हत्या कर दी। पुलिस की प्रारम्भिक जांच में मामला सम्पति से जुडा है । युवक सारी सम्पति की वसीयत चाचा के नाम किए जाने और चाची के व्यवहार से क्षुब्ध था ।
पुलिस ने युवक को हिरासत में ले लिया है और पूछताछ कर रही है । महिला व दो मासूम बच्चियों के सामूहिक हत्याकांड से बाद गांव में मातम का माहौल है। एसएसपी कलानिधि नैथानी ने भी मौके का मुआयना किया। पूछताछ में भतीजे ने सारी वसीयत चाचा के नाम किए जाने और चाची के व्यवहार पर नाराजगी प्रकट करते हुए जहर देकर मारना कबूल किया है ।
पुलिस अधीक्षक देहात नीरज जादौन ने सोमवार को बताया कि मुरादनगर थाना क्षेत्र के बहादुरपुर गांव में एक युवती व उसकी दो पुत्रियों के मृत अवस्था में मिलने की सूचना मिली थी जिसके बाद पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची और जांच पड़ताल शुरू की। मरने वालों की पहचान रामेश्वर की पत्नी गीता (28 वर्ष ), पुत्री अनन्या (5 वर्ष )तथा परी (3वर्ष )के रूप में हुई । तीनों के मुँह से झाग निकल रहे थे जिससे प्रतीत हो रहा है कि तीनों की किसी विषैले पदार्थ के सेवन से मौत हुई है। जादौन ने बताया कि पुलिस ने तीनों मृतिकाओं के शवों को पोस्ट मार्टम के लिए भेज दिया है जबकि रामेश्वर के अन्य परिजनों व संबंधियों से पूछताछ की।
जांच के दौरान पुलिस को रामेश्वर के भतीजे विक्रांत की गतिविधियां संदिग्ध लगी और पुलिस ने उससे गहन पूछताछ की तो उसने अपना जुर्म कुबूल कर लिया। उसने पुलिस को बताया कि उसके पिता रामकिशन व रामेश्वर दो भाई थे। दादा के नाम पर आठ बीघा जमीन थी लेकिन इस सारी जमीन की वसीयत चाचा रामेश्वर के नाम कर दी गयी। साथ ही उसकी चाची गीता का व्यवहार भी उसके प्रति ठीक नहीं था जिससे क्षुब्ध होकर उसने चाची व उसकी दोनों पुत्रियों की हत्या करने का षड्यंत्र रचा।
अपने प्लान के मुताबिक उसने रविवार की देर शाम चाची व उसकी दोनों बेटियों को दूध में जहर मिलाकर पिला दिया जिससे तीनों तीनों की मौत हो गयी। उसने पुलिस को बताया की जिस वक़्त उसने वारदात को अंजाम दिया उस दौरान उसका चाचा रामेश्वर गांव में ही अपनी परचून की दुकान पर था । चाचा जब दुकान बंद करके घर पहुंचा तो वारदात का पता चला और पुलिस को इसकी सूचना दी गयी ।