तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन के 10 महीने पूरे हो गए हैं और आज किसान संगठनों ने भारत बंद का ऐलान किया है। सोमवार को इस बारे में सवाल पूछे जाने पर राकेश टिकैत ने कहा कि हमारा आंदोलन किसी दल के खिलाफ नहीं है बल्कि सरकार के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि यदि आज भाजपा सरकार में है तो हम उसके खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं।
राकेश टिकैत ने ‘आज तक’ टीवी चैनल से बातचीत करते हुए कहा, ‘यह विरोध प्रदर्शन किसी दल के खिलाफ नहीं हैं। उन्होंने कहा कि यदि सरकार इन कानूनों को वापस ले ले तो हम आंदोलन खत्म कर देंगे।’
राकेश टिकैत ने कहा कि हमारा यह आंदोलन तो सरकार के खिलाफ यदि बीजेपी सत्ता छोड़ दे तो हम उसके खिलाफ क्यों प्रदर्शन करेंगे। कांग्रेस को सत्ता मिल जाए और ये कानून लागू रहें तो फिर हम उसके खिलाफ आंदोलन कर लेंगे। भारत बंद को लेकर सवाल पूछे जाने पर राकेश टिकैत ने कहा कि क्या देश में यह पहला मौका है।
आखिर भाजपा जब विपक्ष में थी तो भारत बंद जैसे आयोजन क्यों करती थी। हमने उनसे ही सीखा है कि भारत बंद भी होता है। हमने सोचा कि शायद इससे ही कुछ रास्ता निकल जाए। आंदोलन का यह भी एक हिस्सा है। सरकार बेईमान है, धोखेबाज है और दूसरे को नीचा दिखाने का काम करती है।
राकेश टिकैत ने गन्ना के मूल्य प्रति क्विंटल 25 रुपये बढ़ाए जाने को लेकर भी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि हमारा नुकसान 50 रुपये का है। उन्होंने कहा था कि हमारी सरकार जब सत्ता में आएगी तो हम 450 रुपये प्रति क्विंटल का भाव देंगे। आखिर अब ऐसा क्यों नहीं हो रहा है। बता दें कि आज किसान संगठनों ने भारत बंद का आयोजन किया है। इसके चलते एक तरफ दिल्ली की सीमाओं पर भारी जाम लगा है, वहीं दूसरी तरफ कई राज्यों में ट्रेनों का संचालन भी प्रभावित है।