न्यूयॉर्क। अतंरराष्ट्रीय स्तर पर आतंकवाद के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए संयुक्त राष्ट्र ने गुरुवार को पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन तहरीक-ए-तालिबान के नेता मुफ्ती नूर वली महसूद को वैश्विक आतंकवादी के रूप में नामित किया है। संयुक्त राष्ट्र की इस कार्रवाई से भारत के उस दावे को पुष्टि हुई है कि पाकिस्तान अभी भी आतंकवादियों की शरणस्थली बना हुआ है। इस कार्रवाई से एक बार फिर पाकिस्तान की अंतरराष्ट्रीय जगत में किरकिरी हुई है। अपनी आतंकवादी घटनाओं को लेकर वह फिर दुनिया के सामने बेनकाब हुआ है।
अल-कायदा से ताल्लुक रखता है महसूद
मुफ्ती नूर वली महसूद आतंकवादी संगठन अल-कायदा का समर्थक है। उसका अल कायदा से ताल्लुक है। वह अलकायदा के सहयोगी के रूप में पाकिस्तान में सक्रिय है। महसूद आतंकवादी संगठनों के संयोजन, वित्तपोषण और उसकी आतंकी गतिविधियों की योजना में शामिली रहा है। को बनाने और उसको अंजाम देने में शामिल रहा है। उसका संगठन पाकिस्तान में सक्रिय है। अमेरिकी ट्रंप प्रशासन ने संयुक्त राष्ट्र के इस कदम का स्वागत किया है।
यह पाकिस्तान के लिए एक और झटका है, जिसे बार-बार विश्व समुदाय द्वारा आतंकवादी समूहों का समर्थन करने के लिए कहा जाता है। पाकिस्तान लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) और जैश-ए-मोहम्मद (जेएम) जैसे आतंकवादी समूहों के प्रति अपनी जटिलता के लिए एफएटीएफ रडार के अधीन रहा है। पिछले साल, संयुक्त राष्ट्र ने जैश-ए-मोहम्मद प्रमुख, मसूद अजहर को वैश्विक आतंकवादी के रूप में नामित किया था। पिछले साल सितंबर में, संयुक्त राज्य ने महसूद को आतंकवादी के रूप में नामित किया था।
टीटीपी जिसे पाकिस्तान तालिबान के रूप में भी जाना जाता है। यह संगठन कई आत्मघाती विस्फोटों को अंजाम देने के लिए जिम्मेदार है। इस पर सैकड़ों बेगुनाह नागरिकों की हत्या का आरोप है। टीटीपी के नेता नूर वली, जिसे मुफ्ती नूर वली महसूद के नाम से भी जाना जाता है। उसे जून, 2018 में पूर्व टीटीपी नेता मुल्ला फजलुल्लाह की मृत्यु के बाद टीटीपी का नेता नामित किया गया था।
अमेरिकी विदेश विभाग के अनुसार नूर वली के नेतृत्व में, टीटीपी ने पाकिस्तान भर में कई घातक आतंकवादी हमलों की जिम्मेदारी ली है। टीटीपी पाकिस्तान में कई घातक आतंकवादी हमलों के लिए जिम्मेदार है। संयुक्त राज्य अमेरिका ने सितंबर में नूर वली को आतंकवादी के रूप में नामित किया है।