नई दिल्ली। ब्रिटेन के प्रधान मंत्री बोरिस जॉनसन ने गुरुवार को यूक्रेन में रूसी आक्रामकता पर भारत के रुख के बारे में बड़ा बयान दिया। बोरिस जॉनसन ने कहा कि हर कोई जानता है कि भारत और रूस के बीच ऐतिहासिक रूप से बहुत अलग संबंध हैं। हमे यह वास्तविकता मालूम है लेकिन फिर भी मैं इस बारे में पीएम नरेंद्र मोदी से बात करूंगा।
बोरिस जॉनसन उन नेताओं में से एक हैं जो यूक्रेन पर रूसी हमले के खिलाफ काफी मुखर रहे हैं। उन्होंने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की काफी आलोचना भी की है। वहीं, इससे उलट भारत का यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध में रुख हर बार तटस्थ रहा है। भारत कई दफे संयुक्त राष्ट्र महासभा में रूस के खिलाफ वोटिंग में शामिल न होकर अपनी तटस्थता जाहिर कर चुका है।
इससे पहले गुरुवार सुबह गुजरात पहुंचकर बोरिस जॉनसन ब्रिटेन के पहले पीएम बन गए हैं, जिन्होंने गुजरात का दौरा किया। वे शुक्रवार को दिल्ली में पीएम मोदी से मुलाकात करेंगे। गुरुवार को मीडिया में बयान देने से पहले बोरिस जॉनसन ने साबरमती आश्रम पहुंचकर गांधी चरखे पर हाथ आजमाया। उसके बाद बुलडोजर संयत्र का दौरा करते हुए बुलडोजर की सवारी भी की।
यूक्रेन और रूस के बीच दो माह से चल रहे युद्ध पर भारत के रुख पर बोलते हुए बोरिस जॉनसन ने कहा “भारत का रुख पहले से स्पष्ट रहा है। भले ही भारत ने रूस के कदम निंदा कभी नहीं की लेकिन यूक्रेन के बूचा शहर में हुए नरसंहार पर जरूर अपनी प्रतिक्रिया दी और एक स्वतंत्र जांच का समर्थन किया है।”
जॉनसन ने कहा, “जैसा कि मुझे लगता है कि हर कोई समझता है, भारत और रूस के बीच ऐतिहासिक रूप से एक बहुत ही अलग संबंध है। शायद पिछले कुछ दशकों में ब्रिटेन की तुलना में रूस से ज्यादा ऐतिहासिक संबंध है। हमें उस वास्तविकता को स्वीकार करना होगा। लेकिन स्पष्ट रूप से मैं इसके बारे में(यूक्रेन और रूस जंग) नरेंद्र मोदी से बात करूंगा।”
बताते चलें कि ब्रिटिश प्रधान मंत्री बोरिस जॉनसन भारत के दो दिवसीय दौरे पर हैं और शुक्रवार को दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगे। जॉनसन ने कहा, “हम साल के अंत तक, भारत के साथ एक और मुक्त व्यापार समझौता पूरा करने की उम्मीद कर रहे हैं।”