सागर। बनारस से इंदौर जा रही तेज रफ्तार बस मंगलवार सुबह सागर के गढ़ाकोटा के पास एक खड़े ट्राले में पीछे से टकरा गई। बस ट्राले के पिछले हिस्से में करीब पांच फीट तक अंदर घुस गई। इस हादसे में मौके पर ही तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि 22 लोग घायल हैं। घायलों को तुरंत गढ़ाकोटा के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र लाया गया। वहां प्राथमिक उपचार के बाद सागर के जिला चिकित्सालय व बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है।
गढ़ाकोटा टीआई प्रशांत मिश्रा ने बताया कि बस बनारस से इंदौर जा रही थी। जिसमें करीब 30 लोग सवार बताए जा रहे हैं। गढ़ाकोटा के बरखेरा तिगड्डा के पास दो दिन से एक खराब ट्राला सड़क किनारे खड़ा था। रात में अंधेरे व कोहरे की वजह से बस चालक को ट्राला नजर नहीं आया और तेज रफ्तार बस की ट्राले में पीछे से भिंड़त हो गई।
गैस कटर से काटा पिछला गेट
हादसे की जानकारी रात्रि गश्त टीम ने गढ़ाकोटा थाने को दी और मौके पर पुलिस व एंबुलेंस पहुंची। भिड़ंत इतनी खतरनाक थी कि बस का अगला गेट ट्रॉला में फंसने की वजह से लॉक हो गया। बस के अंदर चीख-पुकार मच गई। इसके बाद गैस कटर व जेसीबी से बस के पिछले गेट व इमरजेंसी विंडो को तोड़कर घायलों को बाहर निकाला गया।
घायलों की संख्या अधिक होने से रहली, शाहपुर और पथरिया की 108 को भी बुलाया गया। घायलों को पहले सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र ले जाया गया। जहां प्राथमिक उपचार के बाद घायलों को सागर रेफर कर दिया।
मजदूरी के लिए जा रहे थे सूरत
टीआई प्रशांत मिश्रा ने बताया कि इस हादसे में शहडोल के गुर्राई गांव निवासी 35 वर्षीय सुंदर पिता गिरजा खैरबार, उत्तर प्रदेश के गजीपुर निवासी 23 वर्षीय माखन पिता जोगिंदर यादव और रीवा की गढ़ी तहसील निवासी 35 वर्षीय गयापाल पिता बांसपाल सिंह की मौत हो गई है। जबकि अन्य 22 घायल हैं।
जिनमें से कुछ को मामूली और कुछ को ज्यादा चोटें आई हैं। मृतक माखन यादव के भाई विध्यांचल यादव ने बताया कि वे दोनों भाई बनारस से सूरत मजदूरी के लिए जा रहे थे, लेकिन रास्ते में ही यह हादसा हो गया और उसने अपने भाई को हमेशा के लिए खो दिया। बनारस से इंदौर पहुंचकर दूसरी बस पकड़कर सूरत जाना तय किया गया था। गढ़ाकोटा पुलिस हादसे के अन्य कारणों की जांच कर रही है।