पटना। बिहार में लोकसभा चुनाव को लेकर एनडीए के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर सहयोगी दलों के बीच वार्ता हो रही है। इसी क्रम में मंगलवार को आरएलएसपी प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा भाजपा नेता और बिहार के प्रभारी भूपेंद्र यादव से मिले। दोनों नेताओं के बीच करीब आधे घंटे तक बातचीत हुई। भूपेंद्र यादव से मुलाकात के बाद उपेंद्र से पत्रकारों ने जब पूछा तो उन्होंने तत्काल कुछ कहने से बचते दिखे। उपेंद्र कुशवाहा ने कहा- अभी हम कहीं जा रहे हैं, लौटते हैं, तो बात करते हैं। वहीं इसके बाद बिहार में बीजेपी और जेडीयू के कुछ दिन पहले 50-50 सीट बंटवारे का ऐलान के बाद राज्य में एनडीए की सहयोगी RLSP के चीफ उपेंद्र कुशवाहा ने आज बड़ा बयान दिया है। कुशवाहा ने मंगलवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में साफ किया है कि सीट बंटवारे पर अभी अंतिम फैसला नहीं हुआ है और इसपर अभी बातचीत चल रही है। इस बीच कुशवाहा ने केंद्र की बीजेपी सरकार पर दबाव बनाने की रणनीति के तहत मध्य प्रदेश चुनाव के लिए अपनी पार्टी के 66 उम्मीदवारों के नामों की भी घोषणा की है।
कुछ देर बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कुशवाहा ने कहा, ‘हमने सीट शेयरिंग पर बीजेपी को हमने अपनी पार्टी और समर्थकों की बात से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि वे इसपर बातचीत कर रहे हैं। बातचीत सही दिशा में चल रही है और अभी कुछ भी फाइनल नहीं हुआ है।’ उन्होंने कहा, ‘सीट बंटवारे पर अभी और बात होगी। जरूरत पड़ेगी तो पीएम नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात करेंगे। पिछले चुनाव और आज के हालात अलग हैं। बिहार में हमारी पार्टी सम्मानजनक सीटें चाहती है। आरजेडी नेता तेजस्वी यादव से मुलाकात के सवाल पर कुशवाहा ने कहा कि मुलाकात के समय मीडियापर्सन भी वहां थे। तेजस्वी सर्किट हाउस में मेरे कमरे में आए। मैं अपनी पार्टी से संबंधित काम के लिए गया था, तेजस्वी भी वहीं मौजूद थे। मैं उनसे कई लोगों की मौजूदगी में मुलाकात की।’
गौरतलब है कि बिहार में लोकसभा की 40 सीटे हैं। इस वक्त RLSP के तीन सांसद हैं। हालांकि RLSP के एक सांसद अरुण कुमार बागी हो चुके हैं और उनकी इस पार्टी से चुनाव लड़ने की संभावना नहीं है। सूत्रों के मुताबिक कुशवाहा की पार्टी को दो सीटों का ऑफर है लेकिन RLSP ज्यादा सीटों की मांग कर रही है। इस बीच पार्टी ने मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए अपने 66 उम्मीदवारों के नाम की घोषणा की है। ज्ञात हो कि बीते दिनों बिहार के सीएम और जदयू के अध्यक्ष नीतीश कुमार और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने एलान किया गया था कि दोनों पार्टियां बराबर-बराबर सीटों पर चुनाव लड़ेगी। इस दौरान भाजपा की तरफ से ये भी कहा गया था कि एनडीए में जदयू के आने के बाद सभी सहयोगी पार्टियों की सीटों में कटौती की जायेेगी. ऐसे में कुशवाहा और भूपेंद्र यादव की मुलाकात अहम मानी जा रही है।