गोरखपुर। जमीनी विवाद में प्रापर्टी डीलिंग का काम करने वाले प्रापर्टी डीलरों और बिचौलियों ने मिलकर मेडिकल स्टोर संचालक की हत्या कराई थी। मेडिकल स्टोर संचालक की हत्या के लिए शूटर को तीन लाख की सुपारी भी दी गई थी। इसमें से दो लाख रुपए बाकायदा चेक से एडवांस दिया गया।
मेडिकल स्टोर संचालक की 10 एकड़ जमीन पर कब्जा नहीं मिल पाने और वादी के कोर्ट चले जाने के बाद से ही इस मामले में बिचौलिए पर मेडिकल स्टोर संचालक को रास्ते से हटाने का दबाव बन रहा था। पुलिस ने इस मामले में शूटर समेत 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
गोरखपुर के पुलिस लाइन्स व्हाइट हाउस में डीआईजी/एसएसपी जोगिन्दर कुमार ने इस घटना का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि 19 जनवरी की रात पौने आठ बजे खोराबार थानाक्षेत्र के बल्ली चौराहे पर मेडिकल स्टोर संचालक खोराबार के रामपुर नथई टोला निवासी रामाश्रय मौर्य की उस वक्त गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, जब वे मेडिकल स्टोर बंद कर अपने घर जा रहे थे. उन्हें तीन गोलियां मारी गई थी। उन्होंने बताया कि पारिजात एसोसिएट के नाम से करीब दो माह पूर्व 10 एकड़ जमीन की रजिस्ट्री कराई गई थी।
तीन लाख रुपए में दी गई थी सुपारी
बताया कि लेकिन, फर्म के काबिज नहीं हो पाने के कारण पारिजात एसोसिएट और अन्य पक्षों के बीच जमीन की खरीद-फरोख्त में मध्यस्थता करने वाले चौरीचौरा के करमहा के अभिषेक मिश्रा सभी पक्षों से बात कर कब्जा दिलाने की बात हुई। इसमें कुछ रुपए अभिषेक मिश्रा को दिए गए।
काफी प्रयास के बाद भी रामनयन और रामाश्रय मौर्य पक्ष से वार्ता के बाद भी बात नहीं बनी। सभी ने मिलकर इन्हें रास्ते से हटाने की योजना आरोपियों ने बनाई। अभिषेक मिश्रा ने गोरखपुर के गोरखनाथ थानाक्षेत्र के चस्का हुसैन हुसैनाबाद के रहने वाले गोलू उर्फ अशरफ को 2 जनवरी को 3 लाख रुपए में हत्या की सुपारी दे दी। चेक से 2 लाख रुपए एडवांस भी दे दिया गया।
मेडिकल स्टोर संचालक की रेकी करने के बाद की हत्या
अभिषेक मिश्रा ने ही रामाश्रय मौर्य की पहचान कराने के साथ बल्ली चौराहा पर उनका मेडिकल स्टोर भी दिखाया गया। 7 जनवरी को इसी मामले में कोर्ट में तारीख रही है। उसी दिन घटना को अंजाम देने का प्लान बना। लेकिन, आरोपी इसमें सफल नहीं हो पाए।
इसके बाद मेडिकल स्टोर से मृतक के घर तक शूटर गोली उर्फ अशरफ ने रेकी कर ली और 19 जनवरी की रात पौने आठ बजे घर जाते समय रामाश्रय मौर्य की गोली मारकर हत्या कर दी। पुलिस ने 23 जनवरी को खोराबार के करजहां फोरलेन के पास आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। अन्य नामजद आरोपियों की गिरफ्तारी अलग-अलग स्थानों से की गई।