मंत्री महाना का मुकाबला आधी उम्र के युवाओं से

लखनऊ। कानपुर में 2022 के मुकाबले में कई रंग देखने को मिल रहे हैं। भाजपा के कद्दावर और 7 बार के विधायक सतीश महाना के सामने मुकाबले में सबसे कम उम्र के प्रत्याशी मैदान में हैं। कानपुर की महाराजपुर विधानसभा से सपा ने फतेह बहादुर गिल और कांग्रेस ने कनिष्क पांडेय को अपना प्रत्याशी बनाया है। यह दोनों ही प्रत्याशी महाना की उम्र के आधे से भी कम के बताए जाते हैं। भाजपा के मुकाबले में सपा और कांग्रेस ने युवा वोटर्स को साधने की कोशिश की है।

अखिलेश ने क्यों दिया टिकट
राजनीति के जानकारों की मानें तो फतेह बहादुर गिल जिसकी उम्र 37 साल है, उनके सामने 7 बार के विजेता को हराना मुश्किल है। इस बार समीकरण थोड़े बदले हैं, इसलिए गिल को टिकट दिया गया है।

महाराजपुर से सपा के प्रत्याशी फतेह बहादुर गिल।
महाराजपुर से सपा के प्रत्याशी फतेह बहादुर गिल।

महाना ने दिया फतेह बहादुर को लाइफ में ट्विस्ट
फतेह ने बताया, मैं 2021 को 2 अक्टूबर गांधी जयंती के मौके पर सतीश महाना अंकल के घर बाहर बेरोजगारी को लेकर गुलाब लेकर धरना और प्रदर्शन कर रहा था, मगर अभद्रता और गुंडागर्दी का आरोप लगाकर मुझे गुंडा एक्ट लगाकर जेल भेज दिया गया। साथ ही एनएसए लगाने की धमकी तक दे दी।

सबसे बुरी बात यह रही की वो मुझे और मेरे पिता जी को जानते थे, तभी उन्होंने यह किया। मुझे 21 अक्टूबर को पुलिस ने जेल भेज दिया और 29 को मेरे पिता देहांत हो गया। मुझे देर रात छोड़ा गया जेल से, जमानत मिलने के बावजूद।

महाराजपुर से कांग्रेस के प्रत्याशी कनिष्क पांडेय
महाराजपुर से कांग्रेस के प्रत्याशी कनिष्क पांडेय

इस बार कनिष्क काटेंगे भाजपा और सपा के वोट
मौजूदा युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कनिष्क पांडेय उम्र 37 साल का भी मुकाबला सूबे के कैबिनेट मंत्री सतीश महाना से है। उनके पिता रिटायर नेवी के अधिकारी रहे है। कनिष्क इस समय कोई कसर नहीं छोड़ रहे है मेहनत करने के अलावा। समझने वाली बात यह है कि कनिष्क सतीश महाना के बेटे करण महाना के क्लासमेट रह चुके है। जब इस बारे में उनसे बात की तो उन्होने बताया, हम लोग दोस्त है लेकिन राजनीति को लेकर आज तक बात नहीं हुई।

कनिष्क ने आगे कहा, महाराजपुर की जनता भी समझ चुकी है कि इस बार विकास नहीं विनाश हुआ है, जनता किसी नए व्यक्ति को मौका देना चाह रही है। कांग्रेस छात्र संगठन के प्रदेश अध्यक्ष रहे कनिष्क की बात करे तो भले हो उनकी पार्टी वर्चस्व न हो लेकिन पिछली बार जो सवर्णों के वोट थे वो बट गए थे वो इस बार कांग्रेस में जाने की बात राजनीति के जानकार पहले ही बता चुके है।

महाराजपुर से भाजपा के प्रत्याशी और योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री सतीश महाना
महाराजपुर से भाजपा के प्रत्याशी और योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री सतीश महाना

महाराजपुर के लोगों को क्या मिलेगा
अगर कानपुर के महाराजपुर कोई दूसरा विधायक चुन कर आता है तो उसको भी सतीश महाना से दोगुनी मेहनत इस क्षेत्र के विकास में करनी पड़ेगी क्योंकि पिछले पांच सालों में इस महाराजपुर विधानसभा में एक भी फैक्ट्री या कोई भी सरकारी परियोजना की शुरुआत नहीं हुई है। दिलचस्प देखना यह होगा की एक बड़े नेता को क्या यह नए युवा टक्कर दे पाते है।

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