लखनऊ। उत्तर प्रदेेश में दबंगों के हौसले लगातार बुलंद होते जा रहे है। वहीं राजधानी लखनऊ में उनके कारनामे लगातार सामने आ रहे है। ताजा घटनाओं में दबंगों ने मडियांव और बलरामपुर की इमरजेंसी में ऐसा कहर बरपाया कि देखने वाले सहम गये। उल्लेखनीय है कि मड़ियाव के गायत्री नगर मे गाड़ी निकालने को लेकर हुए दो पक्षो के झगड़े मे 6 लोग घायल हुए पुलिस द्वारा घायलो को बलरामपुर अस्पताल मेडिकल जाॅच के लिए लाया गया लेकिन दबंगो ने वहां भी दबंगई की सारी हदे पार कर दी। अस्पताल की इमरजेन्सी मे जमकर मारपीट हुई और फायरिंग भी की गई। इमरजेंसी मे गोली चलने के बाद वहां अफरा तफरी मच गई मरीज और तीमारदार अपनी जान बचा कर भागने लगे सूचना वजीरगंज पुलिस को मिली तो इन्स्पेक्टर वजीरगंज पकज सिंह फोर्स के साथ मौके पर पहुॅचे और चार लोगो को गिरफ्तार कर तमन्चा बरामद कर लिया।
मड़ियाव मे हुए दो पक्षो के विवाद के मामले मे पहला मुकदमा मड़ियाव थाने पर दर्ज किया गया जबकि तीन मुकदमे वजीरगंज कोतवाली मे दर्ज किए गए। जानकारी के अनुसार रविवार की रात मड़ियाव के गायत्री नगर मे वही के रहने वाले आनन्द मिश्रा और अनुराग के बीच गाड़ी निकालने के लेकर हुए विवाद के बाद हुई जमकर मारपीट मे आधा दर्जन लोग घायल हो गए। मड़ियाव पुलिस मौके पर पहुॅची और झगड़े मे घायल हुए लोगो को मेडिकल जाॅच के लिए पुलिस फोर्स के साथ बलरामपुर अस्पताल भेजा दोनो पक्षो के लोग एकत्र हुए तो देर रात कहा सुनी के बाद अस्पताल की इमरजेन्सी मे मारपीट शुरू हुई तो वहां हड़कम्प मच गया। अस्पताल की इमरजेन्सी के अन्दर हो रही मारपीट के बाद वहा मौजूद मरीज और तीमारदारो मे भगदड़ मच गई।
मडियाव से मेडिकल जाच कराने आए लोगो के बीच विवाद इतना बढ़ा कि फायरिंग शुरू हो गई। फायरिंग की आवाज के बाद इमरजेन्सी मे आए मरीज और डाक्टर भी अस्पताल के बाहर अपनी जान बचा कर आ गए। इमरजेन्सी के गेट पर मौजूद सुरक्षा गार्ड भी दबंगो के सामने बेबस नजर आए लेकिन सुरक्षा गार्ड पूरी मुस्तैदी से डटे रहे। सुरक्षा गार्ड एजेन्सी के सुपर वाईजर द्वारा घटना की सूचना वजीरगंज पुलिस को दी गई तो सीओ और इन्स्पेक्टर तत्काल पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुॅचे और इमरजेन्सी मे उत्पात मचा रहे लोगो मे से अनुज, अनुप, सत्यम तिवारी और रघुनन्दन राय को पकड़ लिया।
इन्स्पेक्टर वजीरगंज पकंज सिंह ने बताया कि बलरामपुर अस्प्ताल की इमरजेन्सी मे मारपीट और गोली चलाने वालो पर कुल चार मुकदमे दर्ज किए गए है तीन मुकदमे वजीरगंज मे एक मड़ियाव मे दर्ज किया गया है उन्होने बताया कि मुकदमा मड़ियाव थाने मे तैनात कास्टेबिल असीम कुमार की तहरीर पर एक मुकदमा दर्ज किया गया है दूसरा मुकदमा वजीरगंज पुलिस की तरफ से अनुप के खिलाफ दर्ज किया गया है और तीसरा मुकदमा सत्यम तिवारी की तरफ से अनुप व उसके 9 अज्ञात साथियो के खिलाफ दर्ज किया गया है।
उन्होने बताया कि बलरामपुर अस्पताल की इमरजेन्सी मे गोली चला कर दहशत फैलाने वाले अनुप के पास से तमन्चा भी बरामद किया गयया है। सीओ चैक दुर्गा प्रसाद तिवारी ने बताया कि इमरजेन्सी मे मारपीट और फायरिंग की सूचना के बाद तत्काल पुलिस मौके पर पहुॅच गई थी उन्होने कहा कि दबंगो द्वारा अस्पताल मे फायरिंग की बात लोग बता रहे है पूरे मामले की जाॅच की जा रही है उन्होने बताया कि चार लोग गिरफ्तार किए गए है।
पल्ला झाडते रहे बलरामपुर अस्पताल के जिम्मेदार
रविवार की देर रात बलरामपुर अस्पताल की इमरजेन्सी मे दो पक्षो के बीच हुई जबरदस्त मारपीट और फायरिंग की गम्भीर घटना के बाद कुछ भी बोलने से बलरामपुर अस्पताल के जिम्मेदार बचते रहे। अस्पताल की इमरजेन्सी के अन्दर हुई इस घटना ने अस्पताल मे भर्ती मरीजो तीमारदारो और स्टाफ की सुरक्षा पर सवालिया निशान लगा दिए है। इस सम्बन्ध मे जब संवाददाता द्वारा बलरामपुर अस्पताल के डायरेक्टर डाक्टर राजीव लोचन को काल की गई तो उन्होने काल रिसीव ही नही की अस्पताल के अधिक्षक डाक्टर हिमान्शु चतुर्वेदी को काल की गई तो उन्होने भी ऐसे जवाब दिए जैसे उनकी कोई जिम्मेदारी ही नही है डाक्टर हिमान्शु ने बताया कि रविवार की रात इमरजेन्सी मे डाक्टर अजय यादव की डियूटी थी अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ते हुए उन्होने कहा कि मै कुछ नही बताऊॅगा डायरेटर को काल करो उन्होने संवाददाता की काल ही डिस्कनेक्ट कर दी।
सुरक्षा गार्डो ने दिखाई मुस्तैदी दी पुलिस को दी सूचना
बलरामपुर अस्पताल की इमरजेन्सी मे रविवार की देर रात मेडिकल कराने पुलिस के साथ आए दो पक्षो मे जैसे ही मारपीट शुरू हुई वैसे ही वहां सुरक्षा मे तैनात एलाक सुरक्षा गार्ड एजेन्सी के सुरक्षा गार्डो ने मोर्चा सम्भाल लिया इमरजेन्सी की सुरक्षा मे तैनात पाॅच सुरक्षा गार्डो ने मारपीट कर रहे लोगो को इमरजेन्सी से बाहर करने का भरसक प्रयास किया लेकिन मारपीट कर रहे लोगो मे जब गोली चलाई तो सुपर वाईजर गजानन्द मिश्रा ने पुलिस कन्ट्रोल रूम को सूचना दी।
सुरक्षा एजेन्सी के प्रबन्धक लईक आगा ने बताया कि हमारी एजेन्सी के सुरक्षा गार्डो ने अपनी जान की परवाह किए बगैर दबंगो से मोर्चा लिया उन्होने बताया कि पूरी घटना वहा लगे सीसीटीवी कैमरे मे कैद हो गई है और वारदात के समय वहां पर पाॅच गार्ड मौजूद थे लेकिन वारदात के बाद पूरे अस्प्ताल मे तैनात सभी गार्ड इमरजेन्सी पहुॅचे लेकिन तब तक पुलिस ने आकर हालात को काबू मे कर लिया था। लईक आगा ने कहा कि हमारी सुरक्षा एजेन्सी के गार्ड पुरी मुस्तैदी से डिरूूटी करते है।