- दिग्विजय सिंह ने मंगलवार सुबह ट्वीट किया- कांग्रेस विधायकों को भाजपा दिल्ली ला रही
- शाम को पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह भोपाल से दिल्ली पहुंचे तो सियासी हलचल तेज
भोपाल/नई दिल्ली. पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह द्वारा भाजपा पर लगाए गए हॉर्स ट्रेडिंग के आरोपों पर मध्य प्रदेश में करीब 18 घंटे से सियासी घमासान छिड़ा हुआ है। मंगलवार सुबह दिग्विजय ने ट्वीट कर कांग्रेस विधायकों को दिल्ली लाने की बात कही थी। इसके बाद जब शाम को पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह दिल्ली के लिए निकले तो सियासी पारा और चढ़ गया। कांग्रेस ने देर रात दावा किया कि भाजपा ने कांग्रेस के 6, बसपा के 2 (एक निलंबित) और एक निर्दलीय विधायक को गुड़गांव के आईटीसी मराठा होटल में बंधक बनाया। इसके बाद रात में ही भोपाल से मंत्री जीतू पटवारी और जयवर्धन सिंह को दिल्ली भेजा गया। बुधवार को कांग्रेस नेताओं ने 6 विधायकों के लौटने का दावा किया। भाजपा ने कहा कि कमलनाथ सरकार संकट में है, अभी 15 और विधायक उनके संपर्क में हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 4 विधायक गुड़गांव से बेंगलुरु शिफ्ट किए गए हैं।
अपडेट्स
- पटवारी ने बताया- हम रात को होटल पहुंचते, तब तक कुछ विधायक किसी अज्ञात स्थान पर शिफ्ट किए जा चुके थे। सिर्फ रामबाई होटल के बाहर मिलीं। रात करीब 2 बजे कुछ विधायक होटल से अपना सामान लेकर बाहर निकलते देखे गए।
- जयवर्धन ने सुबह कहा- हमने कांग्रेस के सभी 6 विधायकों से बात की है। वे लौटने को तैयार हैं। भाजपा रामबाई को गुमराह करके लाई थी। बसपा के 2 विधायकों से भी हमारी मुलाकात हो गई है। वे हमारे साथ हैं। हालांकि, निर्दलीय और कांग्रेसी विधायकों के फोन बंद हैं। रामबाई को छोड़कर कोई भी सामने नहीं आया।
- कमलनाथ ने मुख्यमंत्री आवास पर कांग्रेस विधायकों से चर्चा की और पूछा- कहीं उन्हें भी तो खरीदने की कोशिश नहीं हुई। कमलनाथ कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से चर्चा के लिए दिल्ली जा सकते हैं। इससे पहले मुख्यमंत्री हॉर्स ट्रेडिंग को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे।
- भाजपा नेता नरोत्तम मिश्रा का दावा- कांग्रेस के 15 से 20 विधायक मेरे संपर्क में हैं। अगर हमारे पास कोई आता है तो क्या उसे भगा दें। फ्लोर टेस्ट के सवाल पर बोले- सदन ही नहीं चल रहा तो फ्लोर टेस्ट की मांग हास्यास्पद है।
हॉर्स ट्रेडिंग पर: पटवारी V/S शिवराज
जीतू पटवारी ने आरोप लगाया कि विधायकों को खरीदने के लिए 30-35 करोड़ रुपए का लालच दिया गया। हम जब होटल में गए तो नरोत्तम मिश्रा एक विधायक को तो जबरन उठाकर ले गए। इस पूरे घटनाक्रम के मास्टरमाइंड शिवराज सिंह हैं। इस पर शिवराज ने कहा- मामला उनके घर का है और आरोप हम पर लगाते हैं। उनका काम केवल आरोप लगाना है। अब वहां इतने गुट हैं कि आपस में ही मारामारी मची हुई है।
मंगलवार सुबह से रात तक घटनाक्रम
दिग्विजय ने मंगलवार सुबह ट्वीट कर आरोप लगाया कि भाजपा नेता भूपेंद्र सिंह विधायक रामबाई (बसपा से निलंबित) को अपने साथ चार्टर्ड प्लेन से लेकर दिल्ली पहुंचे थे। इसके बाद शाम को भाजपा उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के दिल्ली पहुंचे। नरोत्तम यहां पहले से ही थे। गुड़गांव के एक होटल में करीब 9 विधायकों को भाजपा ने रुकवाया था। भनक लगते ही मंत्री पटवारी और जयवर्धन दिल्ली रवाना हुए। जब तक दोनों होटल पहुंचे, सभी विधायक कहीं और भेज दिए गए। सिर्फ रामबाई होटल के बाहर मिलीं। दिग्विजय भी रात को होटल गए, लेकिन उन्हें वहां कोई नहीं मिला। मुख्यमंत्री कमलनाथ भी देर रात तक दिल्ली में मौजूद विधायकों से संपर्क साधने की कोशिश करते रहे। हॉर्स ट्रेडिंग पर ग्वालियर में कांग्रेस महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा- मुझे कोई जानकारी नहीं है। न ही मेरे सामने कोई तथ्य आए।
इन विधायकों के होटल में होने की पुष्टि
- रामबाई (बसपा), पथरिया
- बिसाहूलाल (कांग्रेस), अनूपपुर
- हरदीप सिंह (कांग्रेस), सुवासरा
- सुरेंद्र सिंह शेरा (निर्दलीय), बुरहानपुर
- संजीव कुशवाह (बसपा), भिंड
- ऐंदल सिंह कंसाना (कांग्रेस), सुमावली
हॉर्स ट्रेडिंग पर 12 घंटे में दिग्विजय के 3 बयान
- दिग्विजय सिंह ने रात को कहा, ”भाजपा ने विधायकों को होटल में बंधक बना रखा है। मुझे विधायकों से मिलने अंदर नहीं जाने दिया। हालांकि मेरी सभी विधायकों से बात हो गई है, सुबह सभी साथ आ जाएंगे।”
- इसके बाद उन्होंने कहा, ”भाजपा नेता रामपाल सिंह, नरोत्तम मिश्रा, अरविंद भदौरिया, संजय पाठक विधायकों को पैसे बांटने के लिए जा रहे थे। मुझे लगता है कि होटल में 10-11 विधायक होंगे। सिर्फ 4 उनके (भाजपा) साथ हैं।”
- बुधवार सुबह दिग्विजय ने कहा- ”मैं बिना प्रमाण कोई बात नहीं करता। सरकार पर संकट खत्म हो गया है। कोई खतरा नहीं है। हम सभी एकजुट हैं।”
‘सरकार स्थिर, फ्री का पैसा मिल रहा है तो ले लो’
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा- ” हॉर्स ट्रेडिंग के बात सच है, लेकिन कांग्रेस सरकार स्थिर है। भाजपा डरी हुई है क्योंकि आने वाले समय में उसके 15 साल के घाेटालों का खुलासा होना है। मुझे तो कांग्रेस विधायक खुद बता रहे हैं कि उन्हें कितने पैसों का ऑफर दिया जा रहा है। अगर फ्री का पैसा मिल रहा है तो ले लो।”
घटनाक्रम से हमारा कोई लेना-देना नहीं: भाजपा
भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा, ”कांग्रेस की सरकार अंतर्विरोध-अंतर्कलह से ग्रसित है। भाजपा का इस तरह के घटनाक्रम से कोई लेना-देना नहीं है, न ही हमारे इस तरह के कोई प्रयास हैं। कांग्रेस को अपने घर की चिंता करनी चाहिए। कांग्रेस के नेताओं से पूछिए कि उनके यहां ऐसा क्यों हो रहा है।” वहीं, विपक्ष के नेता गोपाल भार्गव बोले- कांग्रेस के तीन अंग हैं, उनमें एक अंग (सिंधिया) कह रहा है मुझे कोई जानकारी नहीं है। यह कांग्रेस का अंतर्विरोध है।
मध्य प्रदेश: विधानसभा की स्थिति
कुल सीटें: 230, मौजूदा सदस्य संख्या: 228, विधानसभा अध्यक्ष को छोड़कर बहुमत का आंकड़ा: 114 (कांग्रेस को सपा-बसपा और निर्दलीयों का समर्थन)
पार्टी | सीटें |
कांग्रेस | 114 |
भाजपा | 107 |
बसपा | 02 (एक पार्टी से निलंबित) |
सपा | 01 |
निर्दलीय | 04 |
रिक्त सीटें | 02 |
(भाजपा और कांग्रेस विधायकों के निधन से दो सीटें खाली हैं)