नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर पर सर्वदलीय बैठक में हिस्सा लेने के लिए नेशनल कॉन्फ्रेंस के वरिष्ठ नेता फारूक अब्दुल्ला दिल्ली पहुंच गए। गुरुवार को दिल्ली में मीडिया से बात करते हुए फारूक अब्दुल्ला ने महबूबा मुफ्ती के बयान से किनारा करते हुए कहा कि हमें पाकिस्तान के बारे में बात नहीं करनी है बल्कि अपने वतन के बारे में चर्चा करनी है। उन्होंने कहा कि महबूबा मुफ्ती का पाकिस्तान पर बयान निजी है। इससे उन्हें कोई लेना देना नहीं है।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री आवास पर होने जा रही सर्वदलीय बैठक में जम्मू-कश्मीर के नेता शामिल होने के लिए दिल्ली पहुंच रहे हैं। नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला जब दिल्ली पहुंचे तो आजतक न्यूज चैनल से बातचीत में उन्होंने पीएम मोदी की ओर से बुलाई गई बैठक का स्वागत किया।
अब्दुल्ला ने कहा कि यह देर से आने, लेकिन दुरुस्त आने जैसा है। अब्दुल्ला ने कहा कि हम उम्मीद करेंगे कि प्रधानमंत्री और गृह मंत्री हमारी बात को शांति से सुनें और कोई ऐसा हल निकालें, जिससे राज्य में अमन और शांति कायम हो।
बता दें कि पिछले दिनों गुपकार गठबंधन की बैठक हुई थी। उसके बाद पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने कहा था कि कश्मीर के मसले पर केंद्र सरकार को पाकिस्तान से भी बात करनी चाहिए। महबूबा ने आगे कहा था, ‘यदि सरकार अफगानिस्तान में तालिबान से बात कर सकती है तो फिर कश्मीर के मसले पर पाकिस्तान से बात क्यों नहीं हो सकती।’
उनके इस बयान का कई नेताओं ने समर्थन किया तो कई नेताओं ने इसका विरोध भी किया। हालांकि, बैठक से पहले फारूक अब्दुल्ला ने उनके बयान से खुद को अलग कर लिया। फारूक ने साफ तौर से कहा कि वह पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह से जम्मू-कश्मीर में अमन लाने की बात करेंगे। वहीं दूसरी ओर महबूबा के इस बयान का जम्मू में विरोध हो रहा है । डोगरा फ्रंट नाम के संगठन की अगुवाई में गुरुवार को लोग सड़कों पर उतरे और महबूबा मुफ्ती को जेल भेजने की मांग की।