गाजीपुर। देश के दूरस्थ महानगरों से लगातार गाड़ी, मोटर, पैदल व श्रमिक एक्सप्रेस के माध्यम से अपने अपने घरों को लौट रहे प्रवासियों के कोरोना संक्रमित पाए जाने से जनपद में करुणा संक्रमित लोगों की संख्या 21 हो गई। वहीं बिरनो थाना क्षेत्र के गोपालपुर गांव में से पांच लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव पाए जाने की सूचना से उक्त गांव सहित अगल बगल के गांव में भी हड़कंप मच गया।
शुक्रवार की सुबह जिला प्रशासन को प्राप्त मेडिकल रिपोर्ट में जनपद के सात लोगों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव पाई गई, जबकि उसके पूर्व से ही 14 लोग कोरोना संक्रमित थे, हालांकि उनमें से छह लोग पूर्णता स्वस्थ हो चुके हैं। सबसे बड़ी बात आज सुबह 7 लोगों में से पांच लोग एक ही गांव के हैं जिनमें एक 20 वर्षीय महिला भी शामिल है। एक साथ गोपालपुर गांव से 5 लोगों के कोरोना संक्रमित होने की सूचना पर उक्त गांव सहित अगल बगल के गांव में हड़कंप मच गया। पूरा प्रशासनिक अमला एक साथ गांव पर आ गया, गांव में प्रवेश व निकास के रास्ते बंद कर दिए गए। वहीं लोगों ने भी स्वत अपने आप को घर में बंद रखना ही मुनासिब समझा।
गोपालपुर गांव निवासी व सामाजिक कार्यकर्ता लालबहादुर पांडेय ने बताया कि 4 दिन पूर्व उक्त सभी लोग एक मिनी ट्रक में सवार होकर लगभग 40 के समूह में मुंबई से चले थे, जो क्षेत्र के विभिन्न गांव में गए। उनमें से पांच लोग गोपालपुर गांव के रहने वाले थे। हालांकि उन लोगों ने गांव में अपने को पूर्णतया एकांतवास में रखा। इसके साथ ही ब्लॉक हॉस्पिटल पर अपने आगमन की सूचना देते हुए लक्षण की जानकारी दी, जिसके आधार पर जिला अस्पताल से उनकी सैंपल कलेक्ट कर वाराणसी भेजी गई थी। शुक्रवार की सुबह उनके कोरोना पॉजिटिव घोषित होने से ग्रामीणों में हलचल सी मच गई, लोग संपर्क की संभावना को टटोलते नजर आए।
वहीं गांव के ही कुछ लोगों ने बताया कि इन प्रवासियों द्वारा सबसे बेहतरीन कार्य किया गया कि उन लोगों द्वारा स्वतः अपने आप को एकांतवास में लिया गया जो गांव के लिए काफी हितकर साबित हुआ। हालांकि गांव के दोनों प्रवेश मार्ग बंद कर दिए गए इससे ग्रामीणों में अजीब सी हलचल बनी हुई है। महिलाएं, वृद्ध व बच्चे अपने को पूर्ण रूप से सीमित दायरे में स्वतः कैद कर लिए हैं। गोपालपुर गांव पहुंचे प्रशासनिक अमले द्वारा इन प्रवासियों की ट्रैवल हिस्ट्री के आधार पर परिजनों को गृह एकांतवास में रख दिया गया है। इसके साथ ही संभावित लोगों के नमूने भी संग्रहित कर जांच के लिए भेज दिया गया। कुल मिलाकर एक साथ गांव के पांच लोगों के कोरोना संक्रमित निकलने से गांव के लोगों में भय का माहौल देखा जाने लगा है।