नई दिल्ली। एक तरफ किसान 26 जनवरी के दिन ट्रैक्टर रैली निकालने पर अड़े हुए हैं तो दूसरी तरफ सरकार कृषि कानूनों को वापस लेने के लिए राजी नहीं है। लेकिन इसी बीच एक ऐसी घटना घटी जिसने सबका ध्यान किसान आंदोलन की तरफ खींच लिया है।
चार किसान नेताओं की हत्या की साजिश के साथ-साथ आगामी 26 जनवरी के दिन गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में बड़ी गड़बड़ी करने का दावा करने वाला युवक योगेश चंद घंटों बाद ही अपने बयान से पलट गया है। शनिवार सुबह इंटरनेट मीडिया पर वायरल एक वीडियो में योगेश ने दावा किया है कि उसने यह बयान किसान नेताओं के दबाव में दिया है। इस युवक का नाम योगेश है और इसकी उम्र लगभग 19 साल बताई जा रही है।
हालांकि, योगेश ने शुक्रवार को पत्रकार वार्ता के दौरान पहले अपनी उम्र 24 बताई फिर 21। यह भी पता चला है कि योगेश हरियाणा के सोनीपत का रहने वाला है। सोनीपत पुलिस योगेश से लगातार पूछताछ कर रही है और योगेश के दावों के सत्यापन में जुटी हुई है। इसके लिए पुलिस की टीमों को गठन किया गया है।
एक पुलिस दिल्ली में तो दूसरी उत्तराखंड रवाना की गई है। वहीं अब आरोपी युवक का भी एक वीडियो सामने आया है, जिसमें युवक कह रहा है कि किसानों के दबाव में ही उसने पत्रकारों से बातचीत की थी। योगेश खुद को 9 क्लास फेल बता रहा है और फिलहाल सोनीपत डीएसपी हंसराज के नेतृत्व में पुलिस पूछताछ कर रही है। योगेश का कहना है कि उसे किसानों ने कैंप में ले जाकर मारा। फिर रात को शराब पिलाकर कहा कि हम जो बोलेंगे वही बोलना पड़ेगा।
योगेश ने किसानों पर लगाए ये गंभीर आरोप
योगेश ने इंटरनेट मीडिया में वायरल वीडियों में दावा किया है कि किसानों ने 19 जनवरी को उसे पकड़ा और कई बार मारपीट की। इस दौरान शराब भी पिलाई। योगेश का कहना है कि लड़की से छेड़खानी का आरोप लगाकर उसे डराया गया और फिर उसकी किसानों ने टेंट में ले जाकर रातभर पिटाई की।
इस दौरान किसानों ने योगेश पर दबाव बनाते हुए कहा वह जैसे कहेंगे, वैसा करना होगा, वरना पिटाई होगी। योगेश ने दावा किया है कि किसान नेताओं ने उसे शराब पिलाई फिर कपड़े उतारकर मारा गया। इस दौरान बात नहीं मानने पर किसान नेताओं ने जान से मारने की धमकी भी दी।
अब तक की पुलिस जांच में पता चला है कि हरियाणा के कुंडली बॉर्डर से शुक्रवार को पकड़ा गया युवक सोनीपत के ही न्यू जीवन नगर का रहने वाला है। युवक से अपराध जांच शाखा की टीम लगातार पूछताछ कर रही है। वहीं, युवक ने शुक्रवार रात को पत्रकार वार्ता के दौरान 4 किसानों की हत्या की साजिश से लेकर राई थाना के एसएचओ प्रदीप का नाम लिया था। किसानों का आरोप था कि कुछ युवक उनके आंदोलन को बदनाम करने के साथ ही चार किसान नेताओं की हत्या कराने की साजिश रच रहे हैं।
वहीं इस मामले में हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि पुलिस पूछताछ कर रही है जब पूछताछ हो जाएगी तब उसका (नकाबपोश आदमी जो किसानों की प्रेस कॉन्फ्रेंस में कल दिखाई दिया था) आधिकारिक बयान दे दिया जाएगा।
मीडिया से बात करते हुए इस संदिग्ध आदमी ने कहा, ‘हमने 26 जनवरी को किसानों को ट्रैक्टर रैली के लिए आगे बढ़ने से रोकने की योजना बनाई थी और अगर वे नहीं रुकते तो हम पहले हवा में फायरिंग करते और हमारे दूसरे सहयोगी पीछे से गोली चलाते ताकि वहां मौजूद पुलिस वालों को यह लगता कि उनपर किसान गोली चला रहे हैं। हम 10 लोगों की टीम थे, जिनमें से 2 महिलाएं हैं।’
इसके बाद संदिग्ध ने कहा, ‘हमारी टीम को यहां दो जगहों पर हथियार दिए गए थे। 26 जनवरी के लिए हमने योजना बनाई थी कि टीम के आधे सदस्य पुलिस की वर्दी पहने रहेंगे ताकि किसानों के समूहों को तितर-बितर कर सकें। हमें उन चार लोगों की तस्वीरें भी दी गई थीं, जिन्हें गोली मारनी थी। हमें निर्देश देने वाला शख्स एक पुलिसवाला है।’
उसने आगे कहा, ‘हम पैसों के लिए काम कर रहे थे। अभी कुछ और लोग हैं जो इस योजना में शामिल थे और जिन्हें पकड़ना बाकी है। मैं यह निवेदन करूंगा कि हमारे परिवारवालों को इसकी खबर न हो। हमें माहौल खराब करने के लिए 10-10 हजार रुपये दिए गए थे।’
संदिग्ध ने इस बात पर जोर दिया कि 26 जनवरी को यहां माहौल बिगड़ने की 100 प्रतिशत आशंका है। उसने कहा, ‘मैंने यहां माहौल खराब करने आए बाकी लोगों की पहचान भी बता दी है। उन्होंने बूट, पगड़ी और जीन्स पहनी होगी। जो लोग 26 जनवरी को यहां बर्बादी मचाने आएंगे उन्होंने पुलिस की वर्दी पहनी होगी।’ बाद में इस शख्स को पुलिस के हवाले कर दिया गया।