नई दिल्ली। 27 सालों से गुजरात में जारी अपने शासन को 5 साल और बढ़ान के लिए भारतीय जनता पार्टी ने 2017 के अपने हिट फॉर्मुले को ही दोबारा आजमाया है। पार्टी ने 69 मौजूदा विधायकों पर फिर से भरोसा जताया है, जबकि कई की छुट्टी कर दी गई है। सत्ताविरोधी लहर की काट के लिए 3 दर्जन से अधिक विधायकों के टिकट काट दिए गए हैं।
इनमें से 8 बड़े नेताओं ने एक दिन पहले ही दोबारा चुनाव ना लड़ने की ‘इच्छा’ जाहिर कर दी थी। इनमें पूर्व सीएम विजय रुपाणी से लेकर मौजूदा उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल तक शामिल हैं। भगवा दल ने गुरुवार को कुल 182 में से 160 सीटों पर उम्मीदवारों का ऐलान किया।
पार्टी के वरिष्ठ नेता भूपेंद्र यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में उम्मीदवारों के नामों का ऐलान करते हुए बताया कि पहली सूची में कुल 182 में से 160 उम्मीदवारों के नाम शामिल हैं। इनमें से 84 पहले फेज में प्रत्याशी हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी ने अनुसूचित जाति से 13 उम्मीदवारों को टिकट दिया है तो अनुसूचित जनजाति से 24 प्रत्याशियों को उतारा गया है। 14 सीटों पर महिला उम्मीदवारों को मौका दिया गया है। उन्होंने बताया कि इन उम्मीदवारों में से 69 मौजूदा विधायक हैं।
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल को उनके निर्वाचन क्षेत्र घाटलोढ़िया से उम्मीदवार बनाया गया है। पिछले विधानसभा चुनावों में पाटीदार आंदोलन का चेहरा रहे हार्दिक पटेल और क्रिकेटर रवींद्र जडेजा की पत्नी रिवाबा जडेजा के नाम भी सूची में शामिल हैं। हार्दिक पटेल बाद में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए। हार्दिक पटेल विरमगाम से और रिवाबा जडेजा जामनगर उत्तर से चुनाव लड़ेंगे।
केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने सूची जारी करते हुए कहा कि भाजपा ने 38 मौजूदा विधायकों को टिकट नहीं दी है। उन्होंने दावा किया कि ज्यादातर सीटों पर मौजूदा विधायकों की सहमति से ही अन्य उम्मीदवार उतारा गया है। पार्टी ने एक दिसंबर को पहले चरण में 89 सीटों पर होने वाले चुनाव के लिए 84 उम्मीदवारों के नाम घोषित किए हैं और 5 दिसंबर को दूसरे चरण के चुनाव के लिए 93 सीटों में से 76 पर उम्मीदवारों की घोषणा की है।
भाजपा की गुजरात इकाई के अध्यक्ष सीआर पाटिल के साथ केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव और मनसुख मांडविया ने प्रत्याशियों की सूची जारी की। यादव ने बुधवार को पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में चयनित उम्मीदवारों के नाम जारी किए।
यादव ने कहा कि सूची में 69 मौजूदा विधायक शामिल हैं। यह दिखाता है कि कई मौजूदा विधायकों को इस बार टिकट नहीं दिया गया है। यादव ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपाणी तथा पूर्व उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल समेत राज्य के कई वरिष्ठ नेताओं ने चुनाव न लड़ने का फैसला किया है और इस संबंध में पार्टी नेतृत्व को पत्र लिखा था।
पाटिल ने विश्वास जताया कि भाजपा इन चुनावों में सीटों की संख्या तथा मत प्रतिशत के अपने पहले का रिकॉर्ड तोड़ेगी। उम्मीदवारों के नाम तय करने के लिए हुई बैठक में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा के अलावा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अमित शाह तथा राजनाथ सिंह समेत केंद्रीय चुनाव समिति के अन्य सदस्य मौजूद रहे। भाजपा को 1995 से राज्य विधानसभा चुनाव में अपनी जीत की लय बरकरार रखने की उम्मीद है।