नई दिल्ली। भारत का नया वीवीआईपी बेड़ा एयर इंडिया-वन अब भारत यानी इंडिया होगा। यह बोइंग-777 मिसाइल डिफेंस सिस्टम से लैस है। दो में से एक बोइंग के सितम्बर तक भारत को मिलने की संभावना है, जिसे वायु सेना के पायलट उड़ाएंगे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नए ‘एयर इंडिया वन’ में उन्नत रक्षा प्रणालियां होंगी, जो अन्य विमानों से अलग हैं। भारत को मिलने वाले दो नए विमानों का इस्तेमाल प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति की उड़ान के लिए किया जाएगा।
अमेरिकी कंपनी के इस नए विमान बोइंग-777 की कीमत भारत में लगभग 1200 करोड़ होगी। यह सबसे सुरक्षित विमानों में से एक है, इसीलिए अमेरिकी राष्ट्रपति इसी का इस्तेमाल करते हैं। अमेरिका के पास ‘एयर फ़ोर्स वन’ के दो विमान हैं जो अमेरिकी राष्ट्रपति की यात्रा के लिए खास तौर पर डिजाइन किये गए हैं।
भारत को मिलने वाले ‘एयर इंडिया वन’ में भारत सरकार के ऑर्डर पर बड़े मिसाइल इन्फ्रारेड काउंटरमेशर (एलएआईआरसीएम) और सेल्फ-प्रोटेक्शन सूट (एसपीएस) नामक अत्याधुनिक मिसाइल रक्षा प्रणाली फिट की गई है। मौजूदा समय में प्रधानमंत्री या राष्ट्रपति घरेलू यात्रा के लिए भारतीय वायु सेना के विमान और अंतरराष्ट्रीय यात्रा के लिए एयर इंडिया के बोइंग-747 में उड़ान भरते हैं। भारत को मिलने वाले ‘एयर इंडिया वन’ में अशोक की लाट बनी होगी, जिसके एक तरफ हिन्दी में ‘भारत’ और दूसरी तरफ अंग्रेजी में ‘INDIA’ लिखा होगा। साथ ही विमान की पूंछ पर भारत की शान ‘तिरंगा’ बना होगा।
राष्ट्रपति और प्रधान मंत्री के लिए नए भारतीय विमान में उन्नत इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सूट की सुविधा होगी। जो विमान को न केवल हमले से रोक सकते हैं बल्कि हमले के समय जवाबी कार्रवाई भी कर सकते हैं। यह पहला भारतीय विमान होगा जो सेल्फ-प्रोटेक्शन सूट (एसपीएस) से लैस होने के नाते दुश्मन के रडार सिग्नल्स को भी जाम कर सकता है और पास आने वाली मिसाइलों की दिशा भी मोड़ सकता है।
वायु सेना के विमानों की तरह ही नए विमानों में असीमित रेंज होती है और यह एक बार में दुनिया भर की यात्रा कर सकता है। इमरजेंसी की स्थिति में प्लेन मिड-एयर रीफ्यूल करने में भी सक्षम होगा। ट्विन जीई90-115 इंजन वाला ‘एयर इंडिया वन’ अधिकतम 559.33 मील प्रति घंटे की रफ़्तार से उड़ सकता है।