पटना। बिहार के पशु और मत्स्य संसाधन मंत्री तथा विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के संस्थापक मुकेश सहनी ने गुरुवार को साफ लहजे में कहा कि वे मंत्री पद से इस्तीफा नहीं देंगे। उन्होंने कहा कि मंत्री बनाना मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार है, मुख्यमंत्री जैसा कहेंगे, वे करेंगे।
सहनी ने कहा कि वे पिछड़े और मल्लाहों की लड़ाई लड़ते रहेंगे।
वीआईपी पार्टी के प्रमुख मुकेश सहनी की पार्टी के सभी तीन विधायकों के भाजपा में विलय के बाद पटना में एक संवाददाता सम्मेलन में भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि हमें कमजोर और तोड़ने की साजिश शुरू से की जा रही थी।
उन्होंने कहा कि मैंने बचपन से ही संघर्ष किया है, इस कारण संघर्ष से नहीं डरता। आज पार्टी तेजी से आगे बढ़ रही है तो कई लोग पीछे करने का हथकंडा अपना रहे हैं।
यूपी में चुनाव लडने की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि वहां चुनाव लड़कर कोई गलती नहीं की है। उन्होंने कहा, मैं आखिरी सांस तक अति पिछड़े, अपने समाज के लोगों हक और अधिकार की लड़ाई लड़ता रहूंगा। मै जानता हूं कि मैंने संघर्ष का रास्ता चुना है जिसमे परेशानियां आएंगी।
बिहार के मंत्री ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल पर झूठ बोलने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि भाजपा से जो बात चुनाव के दौरान हुई थी, उसमे वे शामिल नहीं थे।
सहनी ने वीआईपी छोड़कर गए तीनों विधायकों को भी शुभकामना दी। उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि आज मैने निषादों के लिए आरक्षण की मांग की, जातीय जनगणना की बात कर रहा हूं, कपर्ूी ठाकुर के सपने को पूरा करने की बात कर रहा हूं, तो कौन गुनाह कर रहा हूं।
उन्होंने कहा कि राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद भी कई अच्छे कार्य किए, लेकिन आज जेल में हैं। माता सीता को भी अग्निपरीक्षा से गुजरना पड़ा था।
उन्होंने कहा बोचहा विधानसभा में हो रहे उपचुनाव में उनकी पार्टी पूरी ताकत से चुनाव लडेगी और जीतेगी।
मंत्री पद छोड़ने के संबंध में पूछे गए एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि यह मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार है, वे जैसा कहेंगे, वे करेंगे।