जौनपुर। मऊ सदर सीट से बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी गिरोह के सदस्यों पर प्रशासन शिकंजा कस रहा है। इसी क्रम में रविवार को जौनपुर जिले में मुख्तार के करीबी मछली कारोबारी की करीब चार करोड़ की संपत्ति को कुर्क कर लिया गया। जिस पर आपत्ति दायर करने के लिए तीन माह का समय दिया गया है। तब तब संपत्ति की देखरेख के लिए तहसीलदार सदर को नामित किया गया है।
दरअसल, जोगियापुर मोहल्ले से तीन जुलाई की रात एक ट्रक अवैध मछली के साथ कोतवाली पुलिस ने रवींद्र निषाद और उसके साथी आंध्र प्रदेश के रहने वाले वी नारंग राव को गिरफ्तार किया था। पूछताछ के बाद पुलिस ने दावा किया कि, रवींद्र निषाद बाहुबली नेता मुख्तार अंसारी के संरक्षण में लंबे समय से मछली का अवैध कारोबार कर रहा है।
इस कारोबार के लिए उसने न कोई लाइसेंस लिया था न ही कहीं पंजीकरण कराया था। जिससे उसने कुछ समय में करोड़ों की चल-अचल संपत्ति अपने और परिवार के नाम जुटा ली।
पुलिस ने नगर पालिका, बैंक और तहसील से संपत्ति का ब्योरा जुटाकर डीएम को रिपोर्ट भेजी थी। रिपोर्ट के आधार पर शनिवार को डीएम दिनेश कुमार सिंह ने 3.71 करोड़ की संपत्ति कुर्क करने का आदेश जारी किया था। रविवार को पुलिस, पीएसी की मौजूदगी में एसपी सिटी डॉक्टर संजय कुमार ने रवींद्र निषाद के दो मकान, एक शॉपिंग कांप्लेक्स, दो पिकअप गाड़ी और बैंक में जमा 14 लाख रुपए को जब्त कर लिया।
एसपी सिटी डॉक्टर संजय कुमार ने बताया कि, मुनादी कराकर रवींद्र की अवैध कमाई से अर्जित संपत्ति को कब्जे में लिया गया है। वह डॉन मुख्तार अंसारी का करीबी है। पिछले हफ्ते भी 12 लाख रुपए की मछली और ट्रक को भी कब्जे में लिया गया था।