गोरखपुर। लंबे अंतराल के बाद सोमवार को श्रद्धालुओं के लिए गुरु गोरक्षनाथ मंदिर के पट खुल गए। यह पहली बार है कि इतने लम्बे अंतराल के लिए मंदिर के पट बंद थे। गोरक्षपीठाधीश्वर और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की उपस्थिति में सोमवार को मंदिर के पट खुले तो हर-हर महादेव और जय गुरु गोरखनाथ के जयकारे से मंदिर परिसर गूंज उठा।
दो गज की दूरी का अनुपालन करते हुए श्रद्धालु दर्शन कर रहे हैं। दर्शनार्थी गुरु गोरक्षनाथ एवं अखण्ड ज्योति का भी पूजन एवं दर्शन कर रहे हैं। गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ के दर्शन के साथ उनका आशीर्वाद भी ले रहे हैं। 21 मार्च से कोरोना संक्रमण के पूर्णबंदी में बंद मंदिर के कपाट खुलने से मंदिर परिसर में उल्लास दिख रहा है। मंदिर में हर दिन पूजा करने वाले प्रधान पुजारी योगी कमलनाथ और अन्य पुजारियों को अब श्रद्धालुओं का साथ भी मिल गया है।
गर्भगृह को सुंदर ढंग से आकर्षक फूलों से सजाया गया है। कई स्थानों पर सैनेटाइजर रखे गए हैं। सुरक्षा के अन्य इंतजाम भी किए गए हैं। मुख्य द्वार पर लगेज स्कैनर मशीन लगाई गई हैं। मंदिर में प्रवेश करने वाले प्रत्येक व्यक्ति की दो गज की दूरी भी सुनिश्चित की जा रही है। मंदिर के सभी पुजारी भी मास्क लगाए हुए हैं।
मंदिर सचिव द्वारिका तिवारी ने बताया कि जहां श्रद्धालुओं का आवागमन है, वहां सैनेटाइजर की व्यवस्था है। यह क्रम प्रतिदिन चलेगा। गर्भगृह में किसी श्रद्धालु को प्रवेश नहीं मिलेगा। देव प्रतिमा, पुजारी, मंदिर का घंटा को स्पर्श करना प्रतिबंधित है। प्रसाद भी वितरित करने से परहेज किया जाएगा।
मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय हुआ सक्रिय
मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय के प्रभारी मोतीलाल सिंह और मंदिर के मीडिया प्रभारी विनय कुमार गौतम सतर्कता के साथ फरियादियों की समस्याओं की सुनवाई भी शुरू हो हुई है। लेकिन फरियादियों को कैंप कार्यालय में प्रवेश की अनुमति नहीं है। सभी अपनी लिखित शिकायत कैंप कार्यालय तक पहुंचवा रहे हैं।