लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को राजधानी के डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ‘सिविल अस्पताल’ का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने अस्पताल की व्यवस्थाओं का जायजा लिया और चिकित्सकों से बातचीत की। उन्होंने मरीजों व उनके परिजनों से भी बातचीत की और उनका हालचाल जाना।
वहीं चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना ने राजधानी के संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान (एसजीपीजीआई) का निरीक्षण कर मरीजों का हालचाल लिया। इस दौरान संस्थान की मुख्य बिल्डिंग के प्रवेश द्वार पर जनसंपर्क कार्यालय के बाहर स्क्रिनिंग के लिए लाइन में खड़े मरीजों ने मंत्री से शिकायत की कि उन्हें सही जानकारी नहीं दी जा रही है।
मंत्री ने निदेशक समेत अन्य जिम्मेदार अफसरों को निर्देश दिए कि मरीज और उसके तीमारदार परेशान हालत में अस्पताल आते हैं। उन्हें स्कीनिंग में घंटों लाइन में खड़ा रखा जाता है। सही जानकारी न मिलने पर इधर उधर भटकते हैं। ऐसे में मरीजों के साथ डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मियों का बर्ताव अच्छा होना चाहिए। मंत्री ने एसजीपीजीआई की इमरजेंसी, डायलिसिस यूनिट, एमआईसीयू और सीसीएम का निरीक्षण किया।
दरअसल मुख्यमंत्री योगी ने चिकित्सा शिक्षा मंत्री तथा चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री को अस्पतालों व मेडिकल काॅलेजों का आकस्मिक निरीक्षण करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने, जनता से सीधा फीडबैक प्राप्त करते हुए कार्यों की हकीकत को मौके पर परखने के लिए औचक निरीक्षण किए जाएं।
मुख्यमंत्री ने स्वयं भी बुधवार को राजधानी के डाॅ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान का आकस्मिक निरीक्षण किया था। इस दौरान उन्होंने आमजन से संवाद स्थापित करते हुए अस्पताल की सेवाओं की जानकारी प्राप्त की थी तथा चिकित्सकों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।