लंदन। इंग्लैंड के पूर्व फुटबॉल खिलाड़ी गैरी नेविल का कहना है कि फुटबॉल में नस्लवाद का मुकाबला करने के लिए शब्द पर्याप्त नहीं हैं। उन्होंने कहा कि वे “शर्मिंदा है” जब वह खिलाड़ी थे तो उन्होंने इसके खिलाफ कभी आवाज नहीं उठाई।
बता दें कि, अमरीका में जॉर्ज फ्लॉयड नामक एक अश्वेत व्यक्ति को पुलिस हिरासत के दौरान जान से मार दिया गया था, जिसके बाद पूरी दुनिया में उसके खिलाफ “ब्लैक लाइव्स मैटर” नाम का एक आंदोलन किया जा रहा है।
नेविल ने कहा, “अभियान को भूल जाओ, शब्दों को भी भूल जाओ, अब इसके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए। हमें छोटे कदमों की नहीं, बल्कि एक बड़ा कदम उठाने की आवश्यकता है।”
उन्होंने कहा, ” मैं इससे छुप नहीं रहा हूं। हमें शिक्षा की आवश्यकता है, हमें ऐसे प्रोटोकॉल और प्रक्रियाओं की आवश्यकता है जो मूल रूप से हमारे देश में हो रही घटनाओं को उलट दें।”
मैनचेस्टर यूनाइटेड के पूर्व डिफेंडर नेविल ने कहा कि उन्हें अपने खेल के दिनों में नस्लवाद के खिलाफ कड़ी लड़ाई लड़नी चाहिए थी।
उन्होंने कहा, “यह भयावह है और मैं इस तथ्य के लिए शर्मिंदा हूं कि जो लोग लगभग हर स्तर पर खिलाड़ियों वा अधिकारों के लिए लड़े, मैंने इस पर पर्याप्त संघर्ष नहीं किया।”
इस साल के प्रीमियर लीग सत्र को कोरोनावायरस महामारी के चलते मार्च में निलंबित कर दिया गया था, मगर अब तीन महीने बाद इसे 17 जून से फिर से शुरू किया जाएगा।