मुंबई। बालीवुड की चुलबुली बाला तनुश्री दत्ता को धर्म पर बिल्कुल यकीन नहीं है। यह बात उन्होने सार्वजनिक रूप से स्वीकार की है। उल्लेखनीय है कि मुंबई में आयोजित एक निजी कार्यक्रम में शिरकत करते हुए तनुश्री दत्ता ने मीटू मूवमेंट पर खुलकर बातचीत की। कार्यक्रम में पूछे गए तमाम सवालों के जवाब देते हुए उन्होंने इस बारे में अपने विचार रखें। कार्यक्रम में अमेरिका जाकर धर्मांतरण करने के सवाल पर तनुश्री ने कहा कि मैंने कोई धर्म परिवर्तन नहीं किया, क्योंकि मैं धर्म के कंसेप्ट पर यकीन ही नहीं करती। उन्होंने कहा कि वह नास्तिक नहीं हैं। वह भगवान में यकीन करती है, परंतु उन्होंने खुद को सीमित नहीं किया है। तनुश्री ने आगे यह भी कहा कि उन्होंने तमाम धर्मों को जीते हुए महसूस किया है।
उन्होंने योग किया है, साधना की है, शिव साधना की है। तनुश्री ने बताया कि उन्होंने बुद्धिस्म और क्रिश्चियनिटी को भी महसूस किया है। उन्होंने यह बताया कि उन्होंने क्रिश्चियन बाइबल पड़ी है। आगे बोलते हुए तनुश्री ने कहा कि क्या इंसानियत का धर्म काफी नहीं है, जो अपने आप को किसी अन्य धर्म की छत्रछाया में रखने की जरूरत पड़ती है। तनुश्री ने बताया कि वह इन सब चीजों को काफी समय पहले पीछे छोड़ चुकी हैं। बॉलीवुड में वापस लौटने को लेकर उनके भीतर अब कोई उत्साह नहीं बचा। साथ ही उन्होंने बताया कि पीछे देख कर उन्हें पछतावा होता है, कि उन्होंने ऐसे लोगों के साथ काम भी कैसे किया।
इस बारे में पूछे जाने पर अपनी बात को दोहराते हुए उन्होंने ने कहा कि 10 साल पहले अपने अच्छे समय में मैंने बोलने की हिम्मत दिखाई, तब मेरा उत्पीड़न हुआ, मैंने सभी के दरवाजे खटखटाएं, परंतु किसी ने मेरी मदद नहीं की। मैंने शिकायत भी की, पर कुछ नहीं हुआ। मुझे इसका खामियाजा भुगतना पड़ा। गौरतलब है कि तनुश्री दत्ता उस समय लाइमलाइट में आ गयीं थी जब उन्होेन मी टू कैंम्पेन में हिस्सा लिया था और बालीवुड एक्टर नाना पाटेकर पर संगीन आरोप लगाये थे।