श्रीनगर। खानयार इलाके में रविवार को एक आतंकवादी के बेहद करीब से गोली मारने की वजह से शहीद हुए 25 वर्षीय पुलिस ऑफिसर के जनाजे में भारी भीड़ उमड़ पड़ी। इस घटना के बाद से ही स्थानीय लोगों में गुस्सा भरा हुआ है। कुपवाड़ा जिले के रहने वाले प्रोबेशनरी उप-निरीक्षक अरशद अहमद एक आरोपी को मेडिकल जांच के लिए अस्पताल ले कर गए थे, वहां से लौटते हुए रास्ते में उन्हें गोली मारी गई।
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से शहीद अफसर अरशद अहमद के जनाजे का वीडियो ट्वीट किया है। वीडियो में देखा जा सकता है कि कैसे शव के चारों तरफ भीड़ ही भीड़ है।
दूसरी तरफ, पुलिस जवान को श्रद्धांजलि देने के लिए घाटी के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने अपनी ट्विटर डीपी में अरशद अहमद की फोटो लगाई है। फोटो के साथ सभी पुलिस अधिकारियों ने #WeAreAllArshid हैशटैग भी लिखा है।
घटना के सीसीटीवी फुटेज में आतंकवादी पुलिसकर्मी को पीछे से बेहद करीब से कम से कम दो गोलियां मारते और वहां से भागते हुए दिख रहा है। अधिकारियों ने बताया कि उप-निरीक्षक को सौरा के एसकेआईएमएस अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी मौत हो गई।
उन्होंने बताया कि घटना दोपहर करीब 1:35 बजे की है। दिवंगत पुलिसकर्मी को जिला पुलिस लाइन में श्रद्धांजलि दी गई जिसमें सामान्य प्रशासन, पुलिस और अन्य सुरक्षा बलों के अधिकारी उपस्थित थे। जम्मू-कश्मीर के पुलिस प्रमुख सहित सभी ने दिवंगत पुलिसकर्मी को पुष्पांजलि अर्पित की।
पत्रकारों से बातचीत में सिंह ने कहा कि हत्याकांड में संलिप्त लोगों की पहचान कर ली गई है और जल्दी ही उन्हें सजा मिलेगी। पुलिस प्रमुख ने कहा कि युवा अधिकारी की हत्या बहुत दुखद है। डीजीपी ने कहा, ‘हमने सेवा की शुरुआत में ही एक युवा साहसी अधिकारी को खो दिया। वह अभी पुलिसिंग सीख रहा था। उसे एक आरोपी को अस्पताल ले जाने की ड्यूटी दी गई थी और वहां से लौटते हुए उसकी गोली मारकर हत्या कर दी गई।’
अधिकारी ने कहा, ‘उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि उसकी मौत हो गई। हमारे लिए यह बड़ा नुकसान है और हमारी संवेदनाएं उसके परिवार के साथ हैं।
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने हत्याकांड की निंदा की। उन्होंने कहा, ‘यह मानवता और शांति के दुश्मनों का काम है। उसका सर्वोच्च बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा, आतंकवादियों को सजा दी जाएगी। हमारी संवेदनाएं शहीद के परिवार के साथ हैं। नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष और सांसद फारुक अब्दुल्ला और उनके बेटे उमर अब्दुल्ला ने भी घटना की निंदा की है। पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती सहित अन्य दलों के नेताओं ने भी घटना की निंदा की है।