कराची। पाकिस्तान में इन दिनों मैच फिक्सिंग का मामला लगातार सुर्खियों में बना हुआ है। अभी कुछ दिन पहले पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज सरफराज नवाज ने कहा था कि पाकिस्तान की टीमसाल 1999 का फाइनल जानबूझकर हारी थी टीम। इतना ही नहीं उन्होंने मैच के फिक्स होने की बात भी कही थी।
इसके एक दिन बाद पाकिस्तान टीम के एक और खिलाड़ी सोहेल ने अकरम पर आरोप लगाया था कि 1992 के बाद से उनकी वजह से ही पाकिस्तान आज तक कोई वर्ल्ड कप नहीं जीत पाया है। दोनों खिलाडिय़ों ने वसीम अकरम को घेरने की कोशिश की थी। अब इस पूरे मामले पर पाकिस्तान टीम के पूर्व कप्तान वसीम अकरम की प्रतिक्रिया भी सामने आ रही है।
दरअसल विश्व के सबसे महान गेंदबाजों में शुमार पूर्व पाकिस्तानी तेज गेंदबाज वसीम अकरम इन आरोपों पर अपनी सफाई दी है और कहा कि कई लोग मुझसे पूछते हैं कि मैं किताब क्यों नहीं लिखता? अगर मैं किताब लिखता हूं और क्योंकि मैं मैदान से बाहर पाकिस्तान क्रिकेट से जुड़े मुद्दों के बारे में जानता हूं, तो संभव है कि मैं बहुत से लोगों को निराश करूंगा और खुद के साथ ही कुछ लोगों को बर्बाद कर दूंगा। अकरम ने ये सब पाकिस्तानी क्रिकेट वेबसाइट से बातचीत के दौरान कही है।
अकरम ने एक शो के दौरान इशारों में कहा कि संन्यास के 17 साल बाद भी लोग मेरे नाम का इस्तेमाल खुद को आगे बढ़ाने में कर रहे। अकरम ने सारे आरोपों पर अपनी बात रखते हुए कहा कि जब भी मैं अपने बारे में इस तरह की नकारात्मक बातें सुनता हूं तो बहुत दुखी हो जाता हूं। मुझे क्रिकेट छोड़े हुए 17 साल हो गए हैं। लेकिन फिर भी कुछ लोग चर्चा में बने रहने के लिए मेरे नाम का इस्तेमाल करते हैं।
उन्होंने कहा कि मैं भी ऐसी बातें कर सकता हूं। लेकिन फिर सोचता हूं कि इसका क्या फायदा। इसलिए चुप्पी साध लेता हूं। बता दें कि पाकिस्तान ने 1992 विश्व कप में शानदार प्रदर्शन करते हुए खिताब जीता था। इमरान खान की कप्तानी में पाकिस्तानी टीम की इस जीत में वसीम अकरम का बहुत बड़ा योगदान था। 90 के दशक में वसीम अकरम की स्विंग के सामने दुनिया के बड़े-बड़े बल्लेबाज घुटने टेकते हुए नजर आए।