लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज एक बार फिर रेवड़ी बांटने यानी जनता को फ्री में कोई सेवा देने वालों पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि कल को कोई आएगा और कहेगा कि वह फ्री में पेट्रोल-डीजल बांटेगा तो बांटने दो। लेकिन इस तरह के कदम हमारे बच्चों से अधिकार छीन लेंगे और देश को आत्मनिर्भर बनने से रोकेंगे। इससे देश के करदाताओं पर बोझ बढ़ेगा।
लेकिन इसी बीच आज यूपी के सीएम योगी ने ऐलान किया कि यूपी सरकार जल्द ही 60 साल और ऊपर की महिलाओं को मुफ्त बस यात्रा की सुविधा देगी। इस घोषणा के तुरंत बाद ट्विटर पर #YogiOpposesModi ट्रेंड करने लगा है, जिसमें लोग तरह-तरह के मीम और पुराने भाषण शेयर कर रहे हैं।
इस संबंध में सीएम योगी द्वारा किए गए ट्वीट को रीट्वीट करते हुए आप की विधायक आतीशी ने कहा कि मोदी मुफ्तखोरी का विरोध करते हैं और योगी मुफ्त में देने का ऐलान करते हैं! इस तरह बीजेपी के भीतर जंग की रेखा खींच गई है!
रौशन राय नाम के एक ट्वीटर यूजर ने लिखा कि बीजेपी के सूत्र मुझे बताते हैं कि योगी आदित्यनाथ के यूपी में वरिष्ठ नागरिकों और महिलाओं के लिए मुफ्त बस यात्रा की घोषणा के बाद प्रधानमंत्री नाराज हैं, जो उनके फ्री रेवड़ी वाले भाषण के ठीक विपरीत है। दिलचस्प समय आने वाला है, क्या मोदी के साये से ऊपर निकल रहे हैं सीएम योगी?
ट्वीटर पर जी सिंह नाम के एक यूजर ने लिखा कि एक तरफ जहां प्रधानमंत्री जनता को दी जाने वाली मूलभूत सुविधाओं को मुफ्त रेवाड़ियां बताते हैं, वहीं दूसरी तरफ योगी आदित्यनाथ जी यूपी में महिलाओं के लिए मुफ्त यात्रा की व्यवस्था करने जा रहे हैं। कौन सा सही है और कौन सा गलत?
क्षितिज नाम के एक यूजर ने लिखा कि मोदी ने मुफ्त योजनाओं की आलोचना की और इसे ‘फ्री की रेवड़ी’ कहा और आज योगी ने 60 से ऊपर की महिलाओं के लिए मुफ्त बस की सवारी की घोषणा की। ऐसा लगता है कि मोदी और योगी के बीच कुछ गंभीर प्रतिद्वंद्विता चल रही है।
ध्रुवन नाम के एक ट्वीटर यूजर ने लिखा कि बीजेपी के अंदर पार्टी के नेता ही एक दूसरे से सहमत नहीं हैं, यह बहुत आश्चर्य की बात है
एक अन्य ट्वीटर यूजर ने लिखा कि फ्री रेवड़ी पर सलाह विपक्षी शासित राज्यों के लिए है। बीजेपी शासित राज्य जनता का वोट पाने के लिए कुछ भी कर सकते हैं।