केरल में जलप्रलयः मोदी ने किया हवाई सर्वेक्षण, एसबीआई भी आया सामने

-तबाही के बीच थल सेना, वायुसेना और नौसेना देवदूत की भूमिका निभा रही हैं
-वायुसेना के कैप्टन ने छत पर उतारा चॉपर, बचाई 26 की जान
-मोदी ने शनिवार को मुख्यमंत्री तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की

 

तिरुवतंपुरम। भारी बारिश से जल प्रलय से जूझ रहे केरल के हालत बेहद भयानक दिख रहे है। वही देर रात केरल पहुंचे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज बाढग्रस्त जिलों का हवाई सर्वे किया और 500 करोड़ राहत कामों के लिए देने का एलान किया। वहीं दूसरी तरफ भारत का सार्वजनिक बैंक एसबीआई भी केरल के बाढ़ प्रभावित परिवारों की मदद के लिए सामने आया है। उसने भी काफी पैसा देने का एलान किया है।

 

14 जिलों में से 12 जिलों में रेडअलर्ट जारी किया गया है। कासरगोड़ और तिरुवनंतपुरम जिलों में शुक्रवार को रेडअलर्ट हटा लिया गया है। वहीं, हजारों लोग अभी भी ऊंची इमारतों पर बैठे हैं और बचाए जाने की प्रतीक्षा कर रहे हैं। अकेले एर्नाकुलम और त्रिशूर शिविरों में 50,000 से अधिक लोग फंसे हैं। भारी बारिश और बाढ़ की चपेट में आए केरल में हालात का जायजा लेने गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को मुख्यमंत्री अधिकारियों विजयन तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की है।

 

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पीएम मोदी ने प्रदेश के बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण कर हालात का जायजा लिया। प्रधानमंत्री ने बाढ़ से प्रभावित केरल के लिए 500 करोड रुपए की तत्काल मदद की घोषणा की है। इसके अलावा प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से मृतकों के परिजनों को 2 लाख और घायलों को 50 हजार रुपए का ऐलान भी किया है।  तबाही ऐसी है कि जल और जमीन का अंतर ही मिट गया है। शहर समंदर में तब्दील हो चुके हैं। सडक़ों पर नावें दौड़ रही हैं। अलेप्पी इलाके में आईटीबीपी ने बड़ा रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया और जवानों ने सैलाब में फंसे करीब 500 लोगों को कड़ी मशक्कत के बाद मौत की लहरों के बीच से बाहर निकाला। रस्सी के सहारे लोगों को सही सलामत बेकाबू लहरों के बीच से बाहर निकाला गया।

 

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भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने केरल में बाढ़ पीडि़तों और संकटग्रस्त राज्य को वापस पटरी पर लाने के लिए दो करोड़ दान में दिए हैं। एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी। एसबीआई ने अपने सभी 270,000 कर्मचारियों को मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष (सीएमडीआरएफ) में योगदान देने के लिए प्रोत्साहित किया और बैंक बराबर राशि का योगदान देगा। बैंक ने एक महीने के लिए राहत देते हुए मौजूदा ग्राहकों के एक्सप्रेस क्रेडिट बढ़ा दिया है। पीओएस पर नकदी देने की सुविधा कर दी गई है ताकि लोग राज्य में दैनिक आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए 2,000 रुपये का लाभ उठा सके।

 

 

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राज्य में इस तबाही के बीच थल सेना, वायुसेना और नौसेना देवदूत की भूमिका निभा रही हैं। यहां तक कि वीर जवान सच में फरिश्तों की तरह जमीन पर उतरकर लोगों की जान बचा रहे हैं। दरअसल, शौर्य चक्र विजेता कैप्टन पी राजकुमार ने शुक्रवार को एक ऐसे इलाके से 26 लोगों को एयरलिफ्ट किया जहां मौजूदा स्थिति में इंसान का जाना बेहद मुश्किल था। घने पेड़ों के बीच कैप्टन कुमार ने सी किंग 42B चॉपर घर की छत पर ले जाकर इन लोगों को बचाया।

 

 

 

ऑपरेशन के अंत कर वह 32 लोगों की जान बचा चुके थे। अपनी बहादुरी और विषम परिस्थितियों में भी लोगों की जान बचाने के दृढ़ निश्चय को पूरा करते हुए उन्होंने इस बात की बानगी दी है कि सेना किस हद तक जाकर राज्य में लोगों की जान बचा रही है। सेना नैशनल डिजास्टर रिस्पॉन्स फोर्स (NDRF), इंडियन कोस्ट गार्ड और रैपिड ऐक्शन फोर्स के साथ मिलकर राज्य को आपदा से राहत दिलाने में जुटी है।

 

 

 

 

इससे पहले नौसेना ने एक विडियो जारी किया था, जिसमें देखा जा सकता है कि नेवी का हेलिकॉप्टर एक गर्भवती महिला को बचा रहा है। विडियो में देखा जा सकता है कि महिला की मदद के लिए हेलिकॉप्टर से रस्सी लटकाई गई है, जिसे महिला की कमर से ऊपर बांध दिया जाता है और धीरे-धीरे उन्हें ऊपर खींच लिया जाता है। इस दौरान महिला के गर्भाशय से लगा वॉटर बैग भी लीक हो गया था। बाद में महिला ने एक बच्चे को जन्म दिया। इस मिशन को पूरा किया कमांडर विजय वर्मा ने। गौरतलब है कि बाढ़ प्रभावित केरल में सेना द्वारा ‘ऑपरेशन मदद’ चलाया जा रहा है। राहत और बचाव कार्य के लिए नेवी, एयरफोर्स, आर्मी, कोस्ट गार्ड और एनडीआरएफ की टीमें काम कर रही हैं। रक्षा मंत्रालय के ट्विटर हैंडल पर ऑपरेशन की जानकारी दी जा रही है। बताया गया है कि भारतीय सेनाएं राज्य प्रशासन और NDRF की टीमों के साथ मिलकर खाने-पीने का सामान पहुंचा रही हैं।

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