लखनऊ के सरोजनीनगर निवासी मोबाइल दुकानदार सोनू पांडेय (35) ने बुधवार की रात जहर खा लिया। उसकी मौत हो गई। 6 महीने पहले उसका पार्टनर 25 लाख का दुकान का सामान लेकर फरार हो गया था तभी से वो अवसाद में रहता था।
दोस्त के कहने पर मोबाइल की दुकान में लगाए थे पैसे
सरोजनी नगर के गौरी निवासी सोनू पांडेय के बहनोई प्रमोद तिवारी ने बताया कि सोनू प्राइवेट नौकरी करता था। कृष्णानगर बल्दीखेड़ा में निवासी दोस्त के कहने पर उसकी से साथ मिलकर मोबाइल की दुकान खोली। जिसमें 25 लाख रुपये लगाए थे।
दोस्त ने दुकान से मुनाफा होने की बात कह दीपावली तक सब पैसा अदा हो जाने की बात कही थी, लेकिन दीपावली आने के बाद कहा कि फायदा नहीं हो रहा है। चार नवंबर के बाद दुकान का सारा सामान समेट लिया। दुकान बंद कर दी और मोबाइल स्वीच ऑफ कर फरार हो गया।
दोस्त के धोखे से सोनू परेशान रहने लगा। बुधवार रात सोनू ने जहर खा लिया। उल्टी होने पर पत्नी पत्नी उर्मिला को जानकारी हुई। वह पास के अस्पताल ले गए। जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। सोनू की मौत से पत्नी बेटे राघव और मानसी के भविष्य को लेकर चिन्तित है।
पीड़ित पक्ष ने अभी तक नहीं दर्ज कराई शिकायत
एडीसीपी दक्षिणी शशांक सिंह के मुताबिक पीड़ित पक्ष की तरफ से अभी तक कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है। घटना की जानकारी पर पता लगाने पर सामने आया कि सोनू ने साथी के साथ 25 लाख रुपये लगाकर दुकान खोली थी।
जिसमें उसको सिर्फ पांच लाख रुपये ही वापस मिले। दोस्त के विषय में जानकारी की जा रही है। तहरीर मिलने पर जांच कर विधिक कार्रवाई की जाएगी।