लखनऊ। प्रदेश का ग्राम्य विकास विभाग महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार योजना के अंतर्गत श्रमिकों की हाजिरी मोबाइल मॉनिटरिंग सिस्टम के जरिए दर्ज कराये जाने की व्यवस्था कर रहा है। ग्राम्य विकास मंत्री राजेंद्र प्रताप सिंह ‘मोती सिंह’ ने बुधवार को बताया कि मनरेगा के अंतर्गत कराए जा रहे कार्यों के सापेक्ष श्रमिकों के नाम के साथ मस्टर रोल जारी होने के बाद उसे मौके पर ग्राम रोजगार सेवकों द्वारा भरा जाता है। मस्टर रोल ग्राम पंचायत अधिकारी तथा प्रधान द्वारा हस्ताक्षरित कर अपलोड करने एवं एफटीओ जनरेट करने के लिए विकासखंड में उपलब्ध कराया जाता है।
प्रमुख सचिव ग्राम्य विकास, मनोज कुमार सिंह ने बताया कि प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों एवं जिला कार्यक्रम समन्वयक को निर्देश दे दिये गये हैं कि मनरेगा श्रमिकों की हाजिरी दर्ज करने के लिए मोबाइल मॉनिटरिंग सिस्टम का प्रयोग सुनिश्चित किया जाए।
उन्होंने जारी निर्देशों में कहा है कि यह कार्य अगले 03 सप्ताह के अंदर पूर्ण कर लिया जाए। इस कार्यवाही के पूर्ण होने तक जो मैनुअल तरीके से मस्टर रोल भरने व अपलोडिंग का कार्य हो रहा है वह समानांतर चलता रहे तथा इससे एफओटी जनरेट होने की गति पर कोई प्रभाव नहीं पड़ना चाहिए।
प्रमुख सचिव ग्राम्य विकास ने इस कार्य को सुनिश्चित करने के लिए अपर आयुक्त मनरेगा ग्राम्य विकास विभाग को निर्देश दिया है कि विकासखंड स्तर पर वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से वार्ता एवं प्रशिक्षण की व्यवस्था कर लें। मनरेगा सेल में इस कार्य के संबंध में प्राप्त शिकायतों समस्याओं के निवारण के लिए एक शिकायत निवारण प्रकोष्ठ बनाया गया है। शिकायत निवारण प्रकोष्ठ में विषयगत मामले से संबंधित किसी भी प्रकार की शिकायत दर्ज कराई जा सकेगी।
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