लखनऊ । उत्तर प्रदेश सरकार युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए प्रेरित करेगी। नॉलेज बेस्ड इनपुट के लिए आईआईएम को अपना सहयोगी बनाएगी, जिससे युवाओं में रोजगार की प्रेरणा को और निखारा जा सके। इसके लिए उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव राजेन्द्र तिवारी ने मुख्यमंत्री युवा उद्यमिता अभियान की हुई बैठक में निर्देश दे दिये हैं।
मुख्य सचिव ने कहा, “प्रोजेक्ट तैयार करने, फिजिबिलिटी स्टडी और स्वरोजगार मॉडल तैयार करने में स्टडीज, नॉलेज बेस्ड इनपुट प्रदान करने के लिए आईआईएम लखनऊ को अपना नॉलेज पार्टनर के रूप में सहयोग लिया जा सकता है।”
तिवारी ने कहा कि “स्वरोजगार से जोड़ने के लिए विभिन्न योजनाओं के तहत विभिन्न औपचारिकताओं को पूरा कराने साथ फीडबैक प्राप्त किया जाना चाहिए। इसके लिए जिला प्रबंधन इकाई के गठन पर सैद्घान्तिक सहमति प्रदान की गई, इसमें फाइनेंस एक्जीक्यूटिव और एक कम्प्यूटर आपरेटर की तैनाती की जाएगी।”
उन्होंने कहा, “मुख्यमंत्री युवा की नियमित मॉनिटरिंग व संचालन के लिए अपर मुख्य सचिव व्यवासायिक एवं कौशल विकास विभाग की अध्यक्षता में एक मुख्यमंत्री युवा स्टेट स्किल एक्जीक्यूटिव कमेटी गठित करने को कहा है। इसी प्रकार जिला में डीएम की अध्यक्षता में सीएम युवा क्रियान्वयन अनुश्रवण समिति बनाने के निर्देश दिये हैं। युवाओं की हर प्रकार से मदद की जाए। उद्यम स्थापित करने सबंधी सभी जानकारी एक ही स्थान पर उपलब्ध करायी जाएं।”