मॉस्को| रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने कहा है कि रुस को यूक्रेन के साथ युद्ध की चाह बिल्कुल भी नहीं है, लेकिन वह देश के पूर्वी भाग में स्थित डोनबास प्रांत में रहने वाले रूसी भाषी आबादी के लिए चिन्तित है। रविवार को एक रूसी टीवी प्रोग्राम में पेसकोव ने कहा, “कोई भी युद्ध नहीं चाहता है और कोई भी इस तरह के युद्ध की किसी भी संभावना की बिल्कुल भी चाह नहीं रखता है।”
उन्होंने आगे कहा, “रूस कभी भी इस संघर्ष (डोनबास विद्रोहियों और यूक्रेनी सरकारी बलों के बीच सशस्त्र टकराव) के पक्ष में नहीं रहा है, लेकिन रूस ने हमेशा से यह भी कहा है कि यूक्रेन के दक्षिण—पूर्व में रहने वाले रूसी भाषी लोगों के प्रति वह उदासीन भी नहीं बना रहेगा।”
पेसकोव के बयान के हवाले से सिन्हुआ समाचार एजेंसी ने अपनी रिपोर्ट में कहा, कीव ने मिन्स्क समझौतों के तहत डोनबास पर समाधान के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को पूरा करने से इनकार कर रहा है क्योंकि क्षेत्र में सरकारी बलों ने अपनी कार्रवाई तेज कर दी है।
पेसकोव ने कहा, हाल ही में कीव के दावों से रूस, जर्मनी और फ्रांस हैरान हैं, जिसमें कहा गया है कि मिन्स्क समझौता कोई काम का नहीं है। पेसकोव ने कहा कि इस संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान के लिए समझौते के अलावा कोई और दूसरा विकल्प भी नहीं है।
प्रवक्ता ने यह भी कहा, रूसी, जर्मन, फ्रांसीसी और यूक्रेनी नेताओं के राजनीतिक सलाहकार पूर्वी यूक्रेन पर एक शिखर सम्मेलन आयोजित करने की दिशा में काम कर रहे हैं।