यूक्रेन पर हमले के लिए पुतिन ने Z कोडवर्ड चुना, हर हथियार पर Z लिखा

नई दिल्ली। यूक्रेन पर रूस के हमले के समय से ही Z अक्षर सबसे ज्यादा चर्चा में है। इस शब्द को प्रतीक के रूप में सबसे पहले यूक्रेन में हमला करने वाली रूसी सेना के टैंकों पर देखा गया। इसके बाद से रूस में यह Z यूक्रेन पर हमले के समर्थकों के बीच तेजी से लोकप्रिय हुआ है। यह यूक्रेन पर हमले के कट्टर समर्थन के तौर पर देखा जा रहा है।

एक्सपर्ट्स का मानना है कि यह यूक्रेन के राष्ट्रपति वोल्दोमिर जेलेंस्की को लेकर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का एक कोडवर्ड है। इसका मकसद जेलेंस्की की हत्या है। इसे यूक्रेन पर रूसी हमले के कई लक्ष्यों में से एक माना जा रहा है।

ऐसे में आइए जानते हैं कि Z अक्षर का आखिर मतलब क्या है? इसे यूक्रेन पर रूस के हमले से क्यों जोड़ा जा रहा है। रूस में कौन लोग इसका इस्तेमाल कर रहे हैं?

रूस में इस्तेमाल हो रहे Z अक्षर के प्रतीक का मतलब क्या है?

  • Z रोमन वर्णमाला का अक्षर है। वहीं रूस की सिरिलिक वर्णमाला देखें तो उसमें Z को अलग तरह से लिखा जाता है। यह दिखने में 3 जैसा लगता है। हालांकि अधिकांश रूसी लैटिन अक्षरों को पहचानते हैं।
  • वहीं, रूसी रक्षा मंत्रालय ने इंस्टाग्राम पर बताया कि Z कई नारों का प्रतिनिधित्व करता है। रूसी शब्द Za का इस्तेमाल विक्ट्री और शांति के लिए किया जाता है। वहीं, कुछ लोग Z को ‘जापाड’ यानी पश्चिमी जगत के तौर पर भी इस्तेमाल करते हैं।
  • एक्सपर्ट्स का कहना है कि Z बेहद प्रभावशाली और आसानी से पहचाने जाने वाला प्रतीक है। आमतौर पर प्रोपेगैंडा के साथ सबसे सरल चीजें सबसे तेजी से मशहूर होती हैं। पुतिन के यूक्रेन पर आक्रमण का समर्थन करने वालों के बीच Z शब्द को लोकप्रिय होने में दो हफ्ते से भी कम समय लगा।
  • वहीं, संयुक्त राष्ट्र यानी UN में यूक्रेन के राजदूत सर्गेई क्रिस्लिट्स्या ने Z की तुलना नाजी प्रतीक से की। उन्होंने एक ट्वीट में कहा है कि 1943 में कॉन्कैंप के पास साक्सेनहौसेन का एक स्टेशन Z था, जहां सामूहिक हत्याएं की गई थीं।
  • रूस के एक चैनल ने बताया कि रूसी सैन्य उपकरणों पर Z एक सामान्य प्रतीक है। पुतिन के समर्थन वाली वेबसाइट जारग्रेड ने लिखा कि एक सामान्य चिह्न आपको किसी अनहोनी से बचा सकता है। साथ ही ऐसा करने से आपकी पहचान बाकियों से अलग हो जाती है।
  • रूस समर्थक मिलिट्री एक्सपर्ट्स के मुताबिक, Z शब्द यूक्रेन के राष्ट्रपति वोल्दोमिर जेलेंस्की के नाम का संकेत है। माना जा रहा है इस कोडवर्ड का मकसद जेलेंस्की की हत्या करना है।

रूस में कौन-कौन लोग इसका इस्तेमाल कर रहे हैं?

  • रूस में न केवल राजनेता और प्रभावशाली हस्तियां इस शब्द का इस्तेमाल कर रहे हैं, बल्कि कारों, वैन, विज्ञापन होर्डिंग्स, सड़कों और बिल्डिंगों पर भी Z लिखा हुआ देखा जा सकता है। ये लोग रूसी सेना का हौसला बढ़ाने के लिए इसका इस्तेमाल कर रहे हैं।
  • सोशल मीडिया पर Z बनी हुई तस्वीरें भी खूब शेयर की जा रही हैं। रूसी राजनेता मारिया बुटीना ने भी एक वीडियो शेयर किया था, जिसमें जैकेट पर Z लिखा था।
  • रूस के कजान शहर में एक बिल्डिंग के सामने लगभग 60 बच्चों और कर्मचारियों ने Z आकृति बनाते हुए फोटो खिंचवाई थी।
  • पहली बार सोशल मीडिया पर इस शब्द ने सबका ध्यान तब खींचा, जब Z लिखे रूसी टैंक यूक्रेन के रास्ते में देखे गए। रूस की सरकारी ब्रॉडकास्टर रशिया टुडे यानी RT भी Z अक्षर वाले टी-शर्ट्स बेच रही है।
  • स्कूल ऑफ स्लावोनिक एंड ईस्टर्न यूरोपियन स्टडीज में अंतरराष्ट्रीय राजनीति की लेक्चरर एग्लाया स्नेत्कोव का कहना है कि ऐसा इसलिए है ताकि आप अपने काम भी कर सकें और बिना शोर किए अपनी मंशा भी जाहिर कर सकें। वह कहती हैं कि रूस में Z का प्रसार न केवल सोशल मीडिया की वजह से हुआ है बल्कि इसके पीछे सरकार का हाथ भी है।

कपड़ों पर Z लिखे होने के चलते कतर में रूसी जिमनास्ट पर एक्शन

  • कतर में रूसी जिमनास्ट इवान कुलियाक ने पिछले दिनों पैरेलल बार प्रतियोगिता में कांस्य पदक जीता। पदक लेने के लिए जब वो पोडियम पर खड़े हुए तो उनके कपड़ों पर Z लिखा था।
  • इवान, यूक्रेनी खिलाड़ी इलिया कोवतुन के बगल में खड़े थे, जिन्होंने इस प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल हासिल किया था।
  • रूसी खिलाड़ी इवान को अपने कपड़ों पर Z लिखने की वजह से अंतरराष्ट्रीय जिमनास्टिक्स फेडरेशन द्वारा कार्रवाई का सामना करना पड़ रहा है।

क्या पहले भी युद्ध के मैदान में ऐसे प्रतीक चिह्नों का इस्तेमाल किया गया है?

  • जंग के मैदान में प्रतीक चिह्न का खूब इस्तेमाल होता रहा है। युद्ध क्षेत्रों में रेड क्रॉस जैसे संगठन अपने चिह्न के बूते ही काम कर पाते हैं।
  • युद्ध के दौरान देश अपनी सेना के काफिले को पहचानने के लिए टैंकों और सेना की गाड़ियों में बड़े अक्षरों में ऐसे प्रतीक चिह्न बनाते हैं।
  • कुवैत पर इराकी हमले के समय अमेरिकी सेना के वाहनों में भी प्रतीक के तौर पर सफेद शेवरॉन का इस्तेमाल किया गया था।
  • 2014 में जब रूस ने क्रीमिया पर कब्जा किया था, उस दौरान भी सेना की गाड़ियों पर Z लिखा दिखाई दिया था। रूस के कजान शहर में एक बिल्डिंग के सामने लगभग 60 बच्चों और कर्मचारियों ने Z आकृति बनाते हुए फोटो खिंचवाई थी।

Z के अलावा V के भी कई मायने निकाले जा रहे हैं

  • देखा जाए तो Z की ही तरह V अक्षर भी सिरिलिक वर्णमाला में नहीं है। हालांकि रूसी रक्षा विभाग के इंस्टाग्राम अकाउंट की पोस्ट में Z के साथ V भी दिखाई देता है। एक्सपर्ट इसके भी कई मायने निकाल रहे हैं।
  • V से वोस्तोक होता है, जिसका अर्थ है पूर्व। हालांकि सोशल मीडिया पोस्ट्स के अनुसार यूक्रेनी सेना का मानना ​​​​है कि Z रूस के पूर्वी बलों को दर्शाता है और V नेवल इन्फैन्ट्री को। वहीं कुछ एक्सपर्ट इसे व्लादिमीर पुतिन के नाम से भी जोड़ रहे हैं।

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