लखनऊ। उत्तर प्रदेश में होने वाले खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स 2023 की गतिविधियों की आधिकारिक रुप से तब शुरुआत हो गई जब लखनऊ लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित एक समारोह में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने इन खेलो का लोगों मैस्कॉट, जर्सी और एंथम को लांच किया।
पहली बार होगी नौकायन
उधर खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स 2023 को लेकर खिलाडिय़ों में भारी उत्साह है। इस तरह के बड़े आयोजन पर यूपी के प्रतिभावान खिलाडिय़ों को अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर प्राप्त होगा जबकि शहर के इस बड़े आयोजन को लेकर खेल विभाग ने अपनी कमर कस ली है। वहीं इस बार पहली बार नौकायन को शामिल किया गया है।
नौकायन के खिलाडिय़ों के पास सुनहरा मौका है कि वो इतने मंच पर शानदार प्रदर्शन करे। इस बारे मेंउत्तर प्रदेश रोइंग एसोसिएशन के सचिव सुधीर शर्मा ने जुबिली पोस्ट से खास बातचीत में कहा कि खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स में पहली बार नौकायन को शामिल किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि ये नौकायन गोरखपुर के रामगढ़ ताल में आयोजित की जायेगी। उन्होंने उम्मीद जतायी है पूरा गोरखपुर इस शानदार आयोजन का गवाह बनेगा। उन्होंने बताया कि ये ताल शहर के बीचों बना हुआ है और ये देखने में काफी सुदंर और भव्य है।
खेलो इंडिया गेम्स-2023 के मैस्कॉट, जर्सी और एंथम की हुई लांचिंग
इस अवसर पर इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय खेल और युवा कल्याण मंत्री अनुराग ठाकुर ने एक साथ कहा, ‘खेलो इंडिया खेलो दुनिया से अपना हक ले लो।’
आज आयोजित इस कार्यक्रम को केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण और खेल एवं युवा मामलों के मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने संबोधित करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश पहले जो दंगों के लिए जाना जाता था अब वो खेलो के दंगल के लिए जाना जाता है।
ठाकुर ने इसके साथ ये भी कहा कि राज्य में खेलों को बढ़ावा देने के लिए उत्तर प्रदेश के हर जिले में खेलो इंडिया का सेंटर बनेगा। केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि जब भी भारत कहीं भी मेडल जीतेगा, तो उसमें उत्तर प्रदेश का योगदान जरूर होगा।
सीएम योगी और केंद्रीय खेल मंत्री ने कहा, ‘खेलो इंडिया खेलो दुनिया से अपना हक ले लो
उन्होंने कहा कि स्पोर्टस यूनिवर्सिटी मेरठ में बन रही है. हम लगातार विश्व स्तरीय प्रतियोगिता में अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं।’ केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि एक संकल्प लेकर खेलो इंडिया अभियान को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लांच किया था, 5 साल में खिलाड़ियों को तलाशने और तराशने का मंच तैयार हुआ है।
खिलाड़ियों ने विश्व स्तर पर खूब पदक जीते है। उन्होंने ये भी कहा कि जिस तरह से यहां पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खेलों को बढ़ावा देने का काम किया है और अब खेलो इंडिया गेम्स कि मेजबानी उत्तर प्रदेश को मिली है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने खेलो इंडिया के लिए 3200 करोड़ रुपए का प्रावधान किया है।
ताकि खिलाड़ियों को किसी तरह की असुविधा न हो और ओलंपिक में मेडल जीतकर भारत का नाम विश्व पटल पर आगे बढ़ा सकें। इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पिछले 9 साल में भारत प्रत्येक क्षेत्र में आगे बढ़ा है। भारत के प्रति दुनिया की धारणा बदली है। खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स ने भी माहौल बदला है।