यूपी पंचायत चुनाव को लेकर भाजपा गंभीर, आखिर क्यों, यहां पढ़ें

लखनऊ । उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव की हलचल तेज होते ही भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पूरी गंभीरता के साथ मैदान में डट गयी है। विधानसभा आम चुनाव का सेमीफाइनल माने जाने वाले इन चुनावों में सत्ताधारी दल भाजपा पूरे दमखम से कील कांटे दुरूस्त करने में जुटी है।

भाजपा के प्रदेश प्रभारी राधामोहन सिंह लगातार यूपी में अपना डेरा जमाए हुए हैं। वह पूरे प्रदेश में घूम-घूमकर कार्यकर्ताओं से फीडबैक ले रहे हैं। हालांकि यह चुनाव सिंबल पर लड़ा जाना है या नहीं अभी तय नहीं हो सका है। लेकिन फिर भी भाजपा की तैयारी अपने प्रतिद्वंदी दलों से कहीं ज्यादा चल रही है। राधामोहन जानते हैं कि अगले साल विधानसभा चुनाव से पहले होने जा रहे पंचायत चुनाव में भाजपा का ग्राफ अच्छा रहा तो 2022 के चुनाव में आसानी होगी।

पार्टी प्रदेश प्रभारी राधा मोहन सिंह कहते हैं कि पार्टी के लिए पंचायत चुनाव बहुत महत्वपूर्ण हैं, क्योकि केंद्र में नरेंद्र मोदी सरकार आने के बाद ग्राम पंचायत हो या शहरी निकाय, सभी का बजट बढ़ाया गया है, ताकि लोगों को बेहतर सुविधाए मिले और गांवों का भी विकास हो। उन्होंने कहा कि पंचायत चुनाव में योग्य व कुशल नेतृत्व जीतकर आये इसके लिए पार्टी कार्यकर्ताओं को निचले स्तर तक योजनापूर्वक कार्य करना चाहिए।

प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह ने प्रभारियों के साथ पंचायत चुनाव व आगामी कार्यक्रमों की तैयारी के लिए योजना तैयार की है। इसके साथ ही पंचायत चुनाव के लिए छह प्रभारियों को नियुक्त किया गया है। आगामी सात से 17 जनवरी तक जिलेवार समन्वय बैठकें होंगी जिसमें वरिष्ठ पदाधिकारी उपस्थित रहेंगे। स्वामी विवेकानंद जयंती पर जिला स्तर पर कार्यक्रम की जिम्मेदारी युवा मोर्चा को सौंपी गई।

प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह और संगठन महामंत्री सुनील बंसल ने भी कार्यकर्ताओं से पंचायत चुनाव में मजबूती के साथ डटने के लिए कहा है। प्रदेश अध्यक्ष और महामंत्री भी इसी चुनाव को देखते हुए कार्यकर्ताओं को बूस्टअप करने के लिए जिले-जिले जा रहे है। उनका जोर है कि कार्यकर्ता जनकल्याणकारी योजनाओं का संवाहक बनकर जनता के दरबार में पहुंचे।

प्रदेश के मीडिया प्रभारी मनीष दीक्षित कहते हैं भाजपा हर चुनाव को गंभीरता से लेती है। पंचायत चुनाव की भी पार्टी की ओर से पूरी तैयारी हो चुकी है। प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह और महामंत्री संगठन सुनील बसंल लगातार इसे मामले में बैंठके कर रहे हैं। मोदी और योगी सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को घर-घर पहुंचाने के लिए कार्यकर्ताओं को कहा गया है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here