लखनऊ। अयोध्या में भगवान राम के भव्य मंदिर निर्माण की हलचलों के बीच उत्तर प्रदेश सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड ने मस्जिद निर्माण के लिए ट्रस्ट गठित कर दिया है। ट्रस्ट को इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन नाम दिया गया है। जिसमें 15 सदस्य शामिल किए गए हैं। बोर्ड के चेयरमैन जुफर अहमद फारुकी ने कहा कि, अभी 9 सदस्यों के नाम घोषित हुए हैं। शेष छह का चुनाव घोषित सदस्यों की आम सहमति के बाद होगा। उसके बाद उन नामों की भी घोषणा की जाएगी।
सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड को इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन का फाउंडर ट्रस्टी बनाया गया है। वहीं, बोर्ड के चेयरमैन जुफर अहमद फारुकी ट्रस्ट के अध्यक्ष हैं। वहीं मस्जिद निर्माण ट्रस्ट के सचिव अतहर हुसैन को ट्रस्ट का आधिकारिक प्रवक्ता बनाया गया है।
नाम | पद |
जुफर अहमद फारुकी | प्रेसिडेंट |
अदनान फार्रूख शाह, गोरखपुर | वाइस प्रेसिडेंट |
अतहर हुसैन, लखनऊ | सेक्रेट्री |
फैज आफताब, मेरठ | कोषाध्यक्ष |
मोहम्मद जुनैद सिद्दीकी, लखनऊ | सदस्य |
शेद सैदुज्जम्मान, बांदा | सदस्य |
मोहम्मद राशिद, लखनऊ | सदस्य |
इमरान अहमद, लखनऊ | सदस्य |
फरवरी माह में बोर्ड ने स्वीकार किया था जमीन
पांच माह पहले फरवरी में उत्तर प्रदेश सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड ने अयोध्या में मस्जिद निर्माण के लिए दी गई जमीन को स्वीकार किया था। तब हुई बोर्ड की बैठक में तय हुआ था कि, मस्जिद निर्माण के लिए ट्रस्ट का गठन किया जाएगा। चेयरमैन ने कहा कि, ट्रस्ट मस्जिद निर्माण के साथ एक ऐसा केंद्र बनाएगा, जो कई सदियों की इंडो-इस्लामिक सभ्यता को प्रदर्शित करेगा। यहां भारतीय और इस्लामिक सभ्यता के अनुसंधान और अध्ययन के लिए एक केंद्र की स्थापना भी की जाएगी। इसके अलावा एक चैरिटेबल अस्पताल, पब्लिक लाइब्रेरी और समाज के हर वर्ग के लिए सुविधाओं की व्यवस्था की जाएगी।
यूपी सरकार ने जमीन दी थी
बीते साल 9 नवंबर को राम जन्मभूमि मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद 5 फरवरी 2020 को अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए ‘श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट’ का गठन किया गया था। उसी दिन उत्तर प्रदेश सरकार ने अयोध्या के रौनाही थाना क्षेत्र में धन्नीपुर गांव में सुन्नी वक्फ बोर्ड को मस्जिद के लिए पांच एकड़ जमीन आवंटित की थी।