“ये सबको उठाकर ले जाएंगे…”, समरावता में बीजेपी नेता से गले लग कर रोने लगी लड़की

नई दिल्ली: राजस्थान के टोंक जिले के समरावता गांव में 13 नवंबर को हुई हिंसा ने गांव वालों को सदमें में डाल दिया है। इस रात गांव में जो कुछ भी हुआ, उसको गांव वाले अभी भूला नहीं पा रहे हैं। उपचुनाव के दौरान निर्दलीय प्रत्याशी ने चुनाव ड्यूटी पर तैनात SDM अमित चौधरी को थप्पड़ जड़ दिया था। इसके बाद पुलिस निर्दलीय उम्मीदवार को गिरफ्तार कर के ले गई। नरेश मीणा की गिरफ्तारी के बाद समरावता गांव के लोगों ने पुलिस पर हमला बोल दिया था। जिसके बाद गांव में हिंसा की आग फैल गई।

इस हिंसा के इतने दिनों बाद भी गांव में हालात सामान्य नहीं हैं। पुलिस ने इस घटना के पीछे बाहरी लोगों को जिम्मेदार बताया है। हालांकि, स्थानीय निवासी शुरु से ही पुलिस की कार्रवाई पर विरोध कर रहे हैं। इस बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो सामने आया है। इस वीडियो में एक लड़की बीजेपी के नेता विजय बैंसला से गले लग कर रोते नजर आ रही है। बीजेपी के नेता विगत दिनों गांव में लोगों से मिलने गए थे। इस दौरान उन्होंने प्रशासन से भी बातचीत की।

बीजेपी नेता के गले लगकर रोने लगी लड़की

बीजेपी नेता विजय बैंसला के टोंक जिले के समरावता गांव में पहुंचने के बाद एक लड़की उनके गले लगी और अपनी आपबीती सुनाई। वीडियो में नजर आया कि एक लड़की, जिसने अपना नाम पूजा बताया वह बीजेपी नेता के गले से लग कर रोने लगी। इस लड़की ने बीजेपी नेता से कहा कि ये  हमें धमकी दे रहे हैं कि उठाकर ले जाएंगे। इस बीच विजय बैंसला लड़की को चुप कराते दिखे।

पूजा ने बीजेपी नेता से कहा कि हमें बचा लो, सारे गांव वाले समस्या में है। लड़की ने कहा कि सर, मुझे बचा लो, धमकी दे रहे हैं कि सबको उठा-उठाकर ले जाएंगे। इस दौरान पूजा ने पूरा घटनाक्रम बताया। पूजा ने कहा कि हमारी तहसील देवली हो गई और वो बहुत दूर पड़ती है। लड़की ने गांव वालों की ओर से कहा कि उनियारा ही हमारी तहसील रहनी चाहिए। क्योंकि हमारे पास गाड़ी नहीं है और देवली दूर पड़ती है।

आपको जानना चाहिए कि जिस उपचुनाव में वोटिंग के बहिष्कार का मुद्दा गरमाया था, उसमें पिछले महीने तक विजय

बैंसला भी दावा ठोंक रहे थे। हालांकि, बीजेपी की ओर उनका टिकट काट दिया गया और राजेंद्र गुर्जर को पार्टी ने प्रत्याशी बनाया। इसके बाद चर्चा होने लगी कि उपचुनाव में प्रचार से विजय बैंसला ने दूरी बना ली है। लेकिन अब समरावता गांव में हालात बिगड़ने के बाद बीजेपी के नेता विजय बैंसला वहां पहुंचे हैं और गांव वालों का हालचाल जान रहे हैं। इसके अलावा वे प्रशासन से भी बात कर रहे हैं।

उधर सोशल मीडिया पर स्थानीय यूजर्स राजनीतिक दलों पर जमकर बरस रहे हैं। यूजर्स ने नाराजगी जताई है कि चुनाव में खड़े हुए उम्मीदवारों के साथ ही राजनीतिक दलों से कोई भी उनकी सहायता के लिए आगे नहीं आ रहा है।

जानिए टोंक हिंसा के बारे में

राजस्थान के टोंक जिले में देवली उनियारा विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव का मतदान 13 नवंबर को हो रहा था। इस दौरान निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ रहे नरेश मीणा ने चुनाव ड्यूटी पर तैनात SDM अमित चौधरी को थप्पड़ मार दिया था। इस थप्पड़ कांड के बाद पुलिस ने उनको गिरफ्तार कर लिया, निर्दलीय प्रत्याशी की गिरफ्तारी के बाद उनके समर्थकों ने कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया। वहीं, समरावता गांव के लोगों ने पुलिस पर ही हमला कर दिया और जमकर हिंसा की। मामले को शांत करने के लिए पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की और 60 लोगों को गिरफ्तार किया था।

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