योगी के केरल, कश्मीर और बंगाल वाली टिप्पणी पर नहीं थम रहा सियासी घमासान

लखनऊ। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पहले चरण के मतदान से पहले बंगाल, कश्मीर को केरल पर की गई टिप्पणी पर सियासी घमासान थमने का नाम नहीं ले रही है। एक ओर भाजपा जहां इस मामले पर चुप्पी साध रखी हैं तो वहीं केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन से शुरू हुई टिप्पणी रुकने का नाम नहीं ले रही है।

Advertisement

अब सीएम योगी के बयान पर मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीएम) के सांसद जॉन ब्रिटास ने राज्यसभा में कार्यस्थगन प्रस्ताव पेश किया था, जिसे नामंज़ूर कर दिया गया।

दरअसल यूपी के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने राज्य में पहले चरण के मतदान से पहले एक वीडियो ट्वीट कर लोगों से अपील की थी।

करीब छह मिनट के वीडियो में योगी ने अपने पांच साल के कार्यकाल की उपलब्धियां गिनाईं और विपक्ष पर निशाना साधा था। इसी वीडियो में उन्होंने कहा था- मुझे सबसे बड़ा संतोष इस बात का है कि आज हमारा उत्तर प्रदेश गुंडों, बदमाशों, दंगाइयों, उगाही गिरोहों, पेशेवर अपराधियों और माफियाओं के आतंक से मुक्त है। पलायन कर चुके हिंदू अपने घरों को लौट चुके हैं।

 

वह आगे कहते हैं, आज मुझे कोई चिंता है, तो केवल एक कि जिन जिन दंगाइयों और आतताइयों पर अंकुश लगा है, वे सब अब मचल रहे हैं। आतंकी बार बार धमका रहे हैं कि जरा सरकार आने दीजिए. सावधान रहिए। और इस बार उत्तर प्रदेश को कश्मीर, बंगाल और केरल बनते देर नहीं लगेगी।

इस मामले पर केरल से सांसद शशि थरूर ने लिखा है- यूपी को इतना भाग्यशाली होना चाहिए। कश्मीर की सुंदरता, बंगाल की संस्कृति और केरल की शिक्षा यहां के लिए अदभुत काम करेगी। उन्होंने यूपी की सरकार पर अफसोस भी व्यक्त किया।

वहीं कांग्रेस के राज्यसभा सांसद केसी वेणुगोपाल ने योगी आदित्यनाथ को याद दिलाते हुए लिखा है- केरल भारत का उतना ही अभिन्न हिस्सा है, जैसा यूपी है, जैसा जम्मू-कश्मीर है, जैसा तमिलनाडु है, जैसा पश्चिम बंगाल है, जैसा राजस्थान है और जैसा बाकी राज्य हैं।

उन्होंने लिखा है कि हमारे लोगों को धर्म और क्षेत्र के आधार पर बांटना बंद कीजिए, सिर्फ इसलिए कि आपके पास वोट मांगने के लिए जोरो उपलब्धियां हैं।

योगी के बयान पर जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्लाह की भी प्रतिक्रिया आई है। उन्होंने लिखा है कि योगी को इतना भाग्यशाली होना चाहिए, क्योंकि जम्मू-कश्मीर में गरीबी कम है, मानव विकास सूचकांक बेहतर है, अपराध कम हैं और आम तौर पर जीवन स्तर यूपी से बेहतर है। हममें कमी है तो वे ये कि पिछले तीन-चार साल से हमारे पास अच्छा शासन नहीं है. लेकिन वो एक अस्थायी बात है।

एक दिन पहले केरल के सीएम पिनराई विजयन ने भी ट्वीट करके लिखा था कि अगर यूपी केरल में बदल जाता है, तो वहां सर्वश्रेष्ठ शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा, सामाजिक कल्याण और जीवन स्तर होगा।

उन्होंने कहा कि अगर ऐसा होता है तो यूपी में एक समरस समाज होगा, जहां लोगों को धर्म और जाति के नाम पर मारा नहीं जाएगा और उत्तर प्रदेश के लोग भी यही चाहेंगे।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here