लखनऊ। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए अपनी टीम के साथ लगे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को ग्राम रोजगार सेवकों को बड़ी राहत दी है। लॉकडाउन के चलते सीएम योगी आदित्यनाथ ने लोक भवन में अपने कार्यालय में बैठक के दौरान 35,818 रोजगार सेवकों के खाते में एक क्लिक पर 225.39 करोड़ का उपहार दिया।
लोक भवन में चल रही बैठक में सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ में ग्राम्य विकास मंत्री राजेंद्र प्रताप सिंह उर्फ मोती सिंह, राज्य मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ल, मुख्य सचिव राजेंद्र कुमार तिवारी, प्रमुख सचिव ग्राम्य विकास मनोज कुमार सिंह सहित टीम-11 के अफसर और मंत्री मौजूद थे।
ग्राम रोजगार सेवकों को मानदेय देने के बाद सीएम योगी ने करीब एक दर्जन से अधिक लोगों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये बात भी थी। इस अवसर पर सीएम ने रोजगार सेवकों के मानदेय में भी बढ़ोतरी की। उन्होंने रोजगार सेवकों का मानदेय छह हजार रुपया महीना कर दिया। जोकि पहले 3630 रुपया महीना मिलता था।
इस दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ ने सभी रोजगार सेवकों से अधिक से अधिक रोजगार की संभावना तलाशने को कहा साथ ही उनका हौसला बढ़ाया। मई के अंत तक प्रदेश में हमको 50 लाख लोगों को रोजगार देना है।इसमें ग्राम रोजगार सेवकों की जिम्मेदारी बढ़ेगी। इसके लिए हम सभी को तैयार रहना होगा।
ट्रेंड करता रहा ‘श्रम योगी’
बीते दिन ट्विटर इंडिया पर हैश टैग श्रम योगी लगातार टॉप में ट्रेंड कर रहा था। कई यूजर्स ने कोविड-19 की महामारी को लेकर योगी सरकार द्वारा प्रदेश के गरीबों, श्रमिकों, वृद्धों और दिव्यांगों के लिए की गई व्यवस्थाओं से जुड़ी जानकारियों को ट्वीट और रिट्वीट किया।
एक यूजर गौरव त्यागी ने हैशटैग श्रम योगी के साथ ट्वीट करते हुए लिखा कि उत्तर प्रदेश में कहीं भी साइकिल से या पैदल जा रहे श्रमिकों को बसों में बैठाकर उनके घर तक पहुंचाया जा रहा है। इसके अलावा योगी सरकार की तरफ से श्रमिकों को राशन व एक हजार रुपये भरण-पोषण भत्ता भी दिया जा रहा है।