लखनऊ। कोरोना का कहर लखनऊ में लगातार जारी है। बुधवार सुबह तक राजभवन व सिविल अस्पताल के 11-11 कर्मचारियों समेत रिकॉर्ड 5600 लोग संक्रमित हुए। वहीं बीते 24 घंटे में 18 लोगों की मौत हो गई। इससे राजधानी में कुल मौतों का आंकड़ा 1371 पहुंच गया है। वहीं सक्रिय मरीजों की संख्या 27385 हो गई है। बीते तीन दिनों में लखनऊ में 70 लोगों की वायरस से मौत हो चुकी है। इससे संक्रमण की भयावहता का पता चलता है।
होम आइसोलेशन व विभिन्न अस्पतालों से मंगलवार को 1086 मरीजों को डिस्चार्ज किया गया है। इससे आंशिक राहत महसूस की जा सकती है। मोहनलालगंज सीएचसी में 90 से अधिक मामले मिले हैं।
मौतों का लगातार बढ़ रहा ग्राफ: लखनऊ में कोरोना से मौतों का ग्राफ भी संक्रमण के साथ ही साथ लगातार बढ़ रहा है। सोमवार को 3892 संक्रमित पाए गए थे। जबकि 21 मरीजों की जान गई थी। वहीं रविवार को रिकॉर्ड 31 मरीजों की मौत हुई थी। जबकि 4444 नए पॉजिटिव पाए गए थे। इस प्रकार पिछले तीन दिनों में 70 मरीजों की जान जा चुकी है। जबकि 13718 लोग तीन दिन के अंतराल पर ही संक्रमित हो चुके हैं।
अस्पतालों में बदहाली: स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि अभी विभिन्न अस्पतालों में 500 से अधिक बेड खाली हैं। जबकि सच्चाई यह है कि मरीजों को भर्ती के लिए बेड नहीं मिल रहे हैं। बलरामपुर अस्पताल को 300 बेड का अस्पताल बनाया गया है, लेकिन अभी तक यहां डेढ़ सौ मरीज ही भर्ती कराए जा सके हैं। इससे विभाग की लापरवाही दिख रही है। मरीजों को बेड खाली होने के बावजूद भर्ती नहीं कराया जाना अधिकारियों की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े कर रहा है।
एक दिन पहले सीएमओ ने लखनऊ में करीब 800 बेड खाली होने का दावा किया था, लेकिन मरीजों की भर्ती नहीं हो पा रही है। बलरामपुर अस्पताल के कार्यवाहक डॉक्टर जीपी गुप्ता ने बताया कि मरीजों का डाटा अपलोड होने में गड़बड़ी के चलते उनकी शिफ्टिंग यहां नहीं हो पा रही है।