जयपुर। राजस्थान में सरकार को गिराने के षडय़त्र में विधायकों की खरीद-फरोख्त के ऑडियो टेप के वायरल होने पर मुख्य सचेतक महेश जोशी की तरफ से स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) में दर्ज रिपोर्ट पर तफ्तीश के लिए गई राजस्थान एसओजी की टीम पर हरियाणा पुलिस भारी है।
17 जुलाई को एसओजी की एक टीम को मानेसर स्थित रिसोर्ट पर सचिन पायलट गुट के विधायक भंवरलाल शर्मा और विश्वेन्द्र सिंह से नोटिस के जरिए पूछताछ के लिए भेजा गया था। राजस्थान एसओजी को हरियाणा पुलिस ने रिसॉर्ट में प्रवेश करने से रोक दिया गया था। सूत्रों का कहना है कि हरियाणा पुलिस व एसओजी के बीच धक्का-मुक्की भी हुई थी, लेकिन हरियाणा पुलिस ने एसओजी को रिसोर्ट में नहीं जाने दिया।
12 दिन में भेजी 2 टीमें, लेकिन मिली नाकामी – राजस्थान एसओजी के पुलिस अधीक्षक विकास शर्मा के नेतृत्व में 17 जुलाई को भेजी गई टीम 6 दिन तक मानेसर में ठहरी। विधायकों की खरीद-फरोख्त के ऑडियो टेप के संबंध में उन्हें पूछताछ करनी थी, लेकिन पूछताछ करने वाले दोनों विधायकों को तलाश के प्रयास ही करती रही। 23 जुलाई को डिप्टी एसपी कमल सिंह के नेतृत्व में एसओजी की एक टीम को मानेसर स्थित होटल आईटीसी ग्रांड भारत भेजा गया। एसओजी टीम के मानसेर पहुंचते ही होटल से करीब दो किलोमीटर पहले हसनपुर बस स्टेण्ड पर नाके पर हरियाणा पुलिस ने टीम को रोक लिया और आगे जाने की इजाजत नहीं दी। एसओजी की दो टीमे मानेसर गई, लेकिन दोनों टीमों को हरियाणा पुलिस के कारण नाकामी का सामना करना पड़ा।
कई कारणों से है रूकी एसओजी टीम – एसओजी के एडीजी अशोक राठौड़ का कहना है कि एसओजी की टीम मानेसर में अपना कार्य कर रही है। कई कारणों को लेकर एसओजी टीम को वहां भेजा गया था। ट्रेप में आवाज वाले विधायकों से पूछताछ के साथ ही ओर भी कार्य एसओजी की टीम मानेसर में कर रही है। एसओजी टीम की जांच को अभी उजागर नहीं किया जा सकता।