राजस्थान के सियासी घमासान का शुक्रवार को 22वां दिन है। इस बीच, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत खेमे के 95 विधायकों को 3 स्पेशल प्लेन से जयपुर से जैसलमेर शिफ्ट किया गया। बताया जा रहा है कि प्लेन में जगह नहीं होने के कारण 2 विधायक अमित चंचन और जगदीश चंद्र वापस फेयरमॉन्ट होटल लौट आए। ये दोनों कल सुबह रवाना होंगे। गहलोत भी जैसलमेर पहुंच गए हैं।
बताया जा रहा है कि गहलोत बाद में जयपुर लौट आएंगे। सरकारी कामकाज देखने के लिए उनके साथ 3-4 मंत्री जयपुर में ही रहेंगे। सभी विधायक पिछले 18 दिन यानी 13 जुलाई से जयपुर के फेयरमॉन्ट होटल में ठहरे थे। गहलोत ने 102 विधायकों के समर्थन का दावा किया है।
जैसलमेर में विधायकों को फाइव स्टार होटल सूर्यगढ़ में ठहराया गया है। विधानसभा सत्र शुरू होने तक एमएलए वहीं रहेंगे। राज्यपाल कलराज मिश्र ने 14 अगस्त से सत्र की मंजूरी दी है।
गहलोत समर्थक विधायकों की संख्या सामने आई
गहलोत गुट के विधायकों को जयपुर से जैसलमेर रवाना करने के दौरान उनके समर्थकों की संख्या सामने आ गई। तीनों विमानों में से एक में 38, दूसरे में 10 और तीसरे में 7 विधायकों को भेजा गया है। बताया जा रहा है कि कुल आज कुल 97 विधायक यहां पहुंचेंगे। गहलोत गुट की तरफ से 102 विधायकों के समर्थन का दावा किया जा रहा है। बताया जा रहा है गहलोत समेत 3-4 मंत्री फिलहाल जयपुर में ही ठहरकर सरकारी कामकाज देखेंगे।
होटल सूर्यगढ़ की सुरक्षा बहुत सख्त
जैसलमेर में सम रोड पर स्थित होटल सूर्यगढ़ किसी प्राचीन किले जैसा दिखता है। इसमें एक ही मेन गेट है, इसलिए इसमें किसी बाहरी व्यक्ति को आसानी से प्रवेश नहीं मिल पाता। ऐसे में सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए इस होटल को चुना गया। पीले पत्थरों पर शानदार कारीगरी के साथ बने इस होटल के मालिक मेघराज सिंह है। प्रदेश में शराब कारोबार पर उनका कभी एकछत्र राज था। बाद में वे रॉयल्टी ठेके लेने लगे। मेघराज का एक होटल बीकानेर में भी है। जैसलमेर का होटल मेघराज के बेटे मानवेन्द्र सिंह संभालते हैं।
बसपा विधायकों के मामले में गहलोत का भाजपा से सवाल
उधर, भाजपा ने सरकार पर हमला किया है। राजस्थान भाजपा के अध्यक्ष सतीश पूनिया ने ट्वीट कर कहा कि अगर कांग्रेस सरकार को कोई खतरा नहीं है तो विधायकों को कैद क्यों किया जा रहा है?
अपडेट्स…
- चीफ व्हिप महेश जोशी ने हाईकोर्ट के 24 जुलाई के आदेश के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में अर्जी लगाई है। हाईकोर्ट ने कहा था कि पायलट गुट के विधायकों की अयोग्यता के मामले में कोई कार्यवाही नहीं की जाए। इस मामले में विधानसभा स्पीकर सीपी जोशी पहले ही सुप्रीम कोर्ट में पिटीशन लगा चुके हैं।
- मंत्री हरीश चौधरी ने कहा कि राजस्थान हमारा घर है। हम कहीं भी आ-जा सकते हैं। वहीं, विधायकों ने कहा कि हम राजस्थान के लोग राजस्थान में ही जा रहे हैं। पाकिस्तान की बात कहां से आ गई। पाकिस्तान को बीच में घसीटना भाजपा के लोगों का काम है।
- विधायक राकेश मीणा ने कहा कि राजस्थान सरकार को कोई खतरा नहीं है। अमित शाह कितना भी जोर लगा लें। किसी हालत में सरकार गिरने वाली नहीं है।
हॉर्स ट्रेडिंग के डर से विधायक शिफ्ट किए गए
- सचिन पायलट समेत 19 विधायकों के बागी होने के बाद मुख्यमंत्री गहलोत ने अपने विधायकों को 13 जुलाई को जयपुर के फेयरमॉन्ट होटल में शिफ्ट कर दिया था। मुख्यमंत्री से लेकर मंत्री और सभी विधायक अपने काम होटल से ही कर रहे थे।
- सूत्रों की मानें तो खरीद-फरोख्त से बचने के लिए विधायकों को जैसलमेर शिफ्ट किया गया है। जयपुर में विधायकों का अपने परिवार के सदस्यों से मिलना-जुलना जारी था। ऐसे में आशंका थी कि इन्हें हॉर्स ट्रेडिंग का जरिया बनाया जा सकता है।
- उधर, होटल के मालिक भी लगातार ईडी के निशाने पर हैं। फेयरमॉन्ट होटल में ईडी ने तलाशी भी ली थी। विधायकों ने भी होटल बदलने की मांग उठाई थी।
गहलोत ने कहा- अब विधायकों की कीमत अनलिमिटेड हो गई
मुख्यमंत्री गहलोत ने बागियों पर हमला करते गुरुवार को कहा कि जो लोग गए हैं, पता नहीं उनमें से किस-किस ने पहली किश्त ले ली है? कइयों ने पहली किश्त नहीं ली है, उन्हें वापस आना चाहिए। जिस रात से विधानसभा सत्र की तारीख तय हुई, उसी रात से विधायकों के पास फोन आने लगे हैं, हॉर्स ट्रेडिंग के लिए विधायकों के रेट भी बढ़ गए हैं। पहले 10, 15, 25 करोड़ की कीमत थी, अब अनलिमिटेड है। अमित शाह को सरकार गिराने के इरादे छोड़ देने चाहिए।