नई दिल्ली। जहां एक ओर राजस्थान में सचिन पायलट के बगावती तेवर के कारण काग्रेस संकट का सामना कर रही है, वहीं पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधने, चीनी घुसपैठ का मुद्दा उठाने और कोरोनावायरस संबंधी मुद्दों को उठाने में व्यस्त हैं। उन्होंने राजस्थान घटनाक्रम पर चुप्पी साध रखी है। हालांकि उन्होंने मीडिया पर निशाना साधा।
राहुल ने ट्वीट किया था, “आज, भारतीय न्यूज मीडिया के एक बड़े हिस्से पर फासीवादी ताकतों ने कब्जा कर लिया है। टेलीविजन चैनलों, व्हाट्सएप फॉरवर्ड और फर्जी खबरों से नफरत फैलाने वाला बयान फैलाया जा रहा है। झूठ का यह आख्यान भारत को बांट रहा है।”
राहुल गांधी का बचाव करते हुए कांग्रेस के प्रवक्ता राजीव त्यागी ने कहा, “कांग्रेस एक लोकतांत्रिक पार्टी है। इसलिए चर्चाएं स्वाभाविक हैं। राहुल गांधी एक जिम्मेदार नेता के रूप में कार्य कर रहे हैं और भारतीय जनता पार्टी सरकार के खिलाफ उन्होंने मोर्चा खोल दिया है। वह इसे कई मोचरें पर उजागर कर रहे हैं, जैसे कोविड-19 महामारी की तरह, चीनी घुसपैठ और बेरोजगारी।”
कांग्रेस महासचिव के.सी. वेणुगोपाल ने कहा कि राहुल गांधी पार्टी के निर्माण में व्यस्त हैं। राहुल गांधी के दष्टिकोण ने पार्टी के साथ अधिक युवाओं का जुड़ाव सुनिश्चित किया है। उन्हें आगे बढ़ने और राष्ट्र की नब्ज का प्रतिनिधित्व करने के लिए एक मंच मिल रहा है।
वेणुगोपाल ने कहा कि यह हास्यास्पद है कि कुछ निहित स्वार्थी मीडिया अपनी सुविधा के लिए तथ्यों को तोड़-मरोड़ रहे हैं। कांग्रेस कार्यकर्ताओं को इससे गुमराह नहीं किया जा सकता है।