जयपुर। राजस्थान की गहलोत सरकार ने शुक्रवार को विधानसभा में विश्वास मत जीत लिया। विश्वास प्रस्ताव पर बहस पर मुख्यमंत्री गहलोत के जवाब के बाद विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी ने ध्वनिमत से विश्वास मत पारित कर सदन की कार्यवाही अगले शुक्रवार यानी 21 अगस्त तक के लिए स्थगित कर दी।
विश्वास मत साबित करने से पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया के सभी आरोप अस्वीकार करते हुए कहा कि राजस्थान ने न सिर्फ कोरोना में बेहतरीन काम किया है, बल्कि अन्य मुद्दों पर संवेदनशीलता दिखाई है। इसी दौरान भाजपा ने सरकार गिराने का षडय़ंत्र रचा। मुख्यमंत्री ने कहा कि बीते 34 दिनों से चला घटनाक्रम हमारी पार्टी का आपसी मामला था और इसमें बोलने का हक किसी को नहीं है। उन्होंने कहा कि भाजपा और उनके हाईकमान ने सरकार गिराने की कोशिश की थी, लेकिन राजस्थान में सियासी घटनाक्रम का जिस तरह प्रेमपूर्वक अंत हुआ, उससे अमित शाह को धक्का लगा।
इससे पहले नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया की टिप्पणी से विधानसभा में हंगामा हुआ। कटारिया ने सीएम से कहा कि महात्मा गांधी का नाम लेकर ज्यादा दिन तक दुकानदारी नहीं चला सकते। इस पर सत्तापक्ष के विधायकों ने कड़ी आपत्ति जताई, जबकि अध्यक्ष के हस्तक्षेप से हंगामा शान्त हुआ। कटारिया ने गहलोत सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि गलती आप करो और दोष हम पर मढ़ो।
उन्होंने कहा कि सरकार को बचाने के लिए सत्ता का दुरुपयोग किया गया। उन्होंने सवाल किया कि क्या फोन टैपिंग अनुमति लेकर की गई? उन्होंने कहा कि राजस्थान पुलिस की प्रतिष्ठा दांव पर लगाई गई। अगर सरकार गिराने की मंशा होती तो अविश्वास प्रस्ताव लाते। कांग्रेस के दो खेमे में पिछले दिनों बटने को लेकर गुलाब चंद कटारिया ने कहा कि दो खेमे तो आपने बनाए। गलती आप करो और दोष हम पर मढ़ो।
विश्वास मत पर 3 घंटे बहस के दौरान संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल ने कहा कि राजस्थान में न तो किसी शाह की चली, न तानाशाह की। अकबर को महाराणा प्रताप ने नाकों चने चबवा दिए थे। इसी तरह जब भाजपा सभी जगह सरकारें गिराकर राजस्थान पहुंची तो वीर सपूतों ने अशोक गहलोत के नेतृत्व में छठी का दूध याद दिला दिया।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि वे विश्वास मत प्रस्ताव का विरोध करते है। 35 दिन में 5 फिल्में रिलीज हुईं। आखिरी बाड़ेबंदी में फेयरमोंट की इटेलियन डिश और क्रिकेट चल रहा था। इस बीच कुछ पीड़ितों की चीखें भी थीं। राजस्थान का जुगाड़ मशहूर है। उस जुगाड़ के लिए जादूगर भी मशहूर हैं। हॉर्स ट्रेडिंग की बात करते हो, आप तो बसपा के पूरे के पूरे हाथी गटक गए।