रात के सन्नाटे में भी कर सकते हैं वन्य प्राणियों के दर्शन

मध्यप्रदेश के पन्ना जिले के टाइगर रिजर्व में पर्यटक रात में भी बाघ सहित अन्य वन्य प्राणियों के दर्शन कर सकते है। वन परिक्षेत्राधिकारी अकोला बफर लालबाबू तिवारी ने बताया कि जिला मुख्यालय पन्ना से 16 किलोमीटर दूर अमानगंज मुख्य मार्ग के किनारे पन्ना बफर का अकोला गेट है, जहां से पर्यटक नाइट सफारी के लिए शाम 6:00 बजे से रात 9:00 बजे तक जा सकते हैं।

पर्यटकों को जंगल में नाइट सफारी कराने के लिए जंगल से लगे ग्रामों के युवकों को प्रशिक्षण दिलाकर गाइड बनाया गया है। मौजूदा समय में टाइगर रिजर्व के कोर क्षेत्र से लगे अकोला बफर को कई बाघों ने अपना घर बनाया है जबकि एक बाघिन ने यहां शावकों को भी जन्म दिया है।

यह बाघिन शावकों के साथ जंगल में विचरण करते अक्सर नजर आती है। इससे कोर क्षेत्र की ही तरह अकोला बफर भी अब पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बनता जा रहा है। उन्होंने बताया कि रात के सन्नाटे में यहां की निराली दुनिया विस्मय विमुग्ध कर देने वाली है। इस तरह का अहसास दिन के उजाले में मिल ही नहीं सकता।

आकाश में छिटके तारों की तरह वन्य प्राणियों की टिमटिमाती आंखें, सन्नाटे के बीच जंगली जानवरों के कदमों की सुनाई देती आहट, उल्लू की धीमी किंतु रहस्यमय एवं भयभीत करने वाली आवाज और अचानक दौड़कर रास्ता क्रास कर जाने वाले चीतल को देखना यहाँ सहज बात है। इस अहसास से रूबरू होने के लिए पन्ना टाइगर रिजर्व की अकोला बफर की नाइट सफारी एक शानदार विकल्प है।

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