अयोध्या। राम मंदिर निर्माण का नक्शा भी बुधवार को पास हो गया है। अयोध्या विकास प्राधिकरण (एडीए) की बोर्ड बैठक में इसे कुछ मिनटों में मंजूरी दे दी गई। राम मंदिर ट्रस्ट का कहना है कि अब जल्द मंदिर निर्माण के लिए नींव की खुदाई का काम शुरू हो जाएगा।
राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने 70 एकड़ परिसर के दो नक्शे भेजे थे। एडीए के चेयरमैन और कमिश्नर एमपी अग्रवाल ने बताया कि एक नक्शा 2 लाख 74 हजार वर्ग मीटर के लेआउट का है। यह ओपन एरिया है। दूसरा नक्शा राम मंदिर का है, जो 12,879 वर्ग मीटर कवर्ड क्षेत्र में है। दोनों नक्शे बोर्ड की बैठक में पास कर दिए गए।
ट्रस्ट को कौन-कौन से टैक्स जमा करने होंगे
एडीए ने ट्रस्ट के सदस्य अनिल मिश्रा को शुल्क जमा करने का पत्र दिया है। इसके मुताबिक, विकास शुल्क और अन्य शुल्क के 2 करोड़ 11 लाख 33 हजार 184 रुपये जमा करने होंगे। विकास शुल्क में 65% की छूट दी गई है। डेवेलपमेंट फीस 472 रुपए/वर्ग मीटर है। इसके अलावा 15 लाख रुपये लेबर सेस देना होगा।एएसआई और एयरपोर्ट एनओसी भी डॉक्यूमेंट लगता है। इसे ट्रस्ट को जमा करने की जरूरत नहीं है। क्योंकि, मंदिर क्षेत्र एयरपोर्ट और एएसआई की इमारत से काफी दूर है।
एक महीने पहले प्रधानमंत्री ने भूमिपूजन किया था
5 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या में राम मंदिर का भूमि पूजन किया था। एक दिन पहले राम मंदिर के मॉडल की तस्वीरें सामने आई थीं। 161 फीट ऊंचे राम मंदिर में पांच मंडप और एक मुख्य शिखर है। दावा है कि अयोध्या के हर कोने से यह मंदिर दिखेगा। साल 1989 में राम मंदिर का मॉडल बनाया गया था। जिसमें श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने बदलाव किया है। यह मंदिर साढ़े तीन साल में बनकर तैयार होगा।
3 एकड़ में मंदिर, 65 एकड़ में परिसर होगा
राम मंदिर का नक्शा तैयार करने वाले चीफ आर्किटेक्ट सोमपुरा के बेटे निखिल सोमपुरा के मुताबिक, मंदिर के पास 70 एकड़ जमीन है। लेकिन, मंदिर 3 एकड़ में ही बनेगा। बाकी 65 एकड़ की जमीन पर मंदिर परिसर का विस्तार किया जाएगा। मंदिर में एक दिन में एक लाख राम भक्त पहुंच सकेंगे। मंदिर के मॉडल में बदलाव किया गया है।