नई दिल्ली। सोना की बढ़ती कीमतों ने मध्यम वर्ग की चिंता को बढ़ा दिया है। जिस गति से सोने के दाम बढ़ रहे हैं उससे यह पीली धामु आम लोगों की पहुंच से दूर होती जा रही है। फिलहाल कोरोना काल में सोने की आसमान छूती कीमत थमने वाली नहीं है। पहले से ही 50 हजार रुपए पार कर चुकी सोना आने वाले समय में 65,000 रुपये के पार जा सकती है, ऐसा एक्सपर्ट कह रहे हैं।
बुलियन मार्केट के जानकारों के अनुसार आने वाले 18 महीनों में सोने की कीमत 65,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के लेवल तक पहुंच सकती है। 22 जुलाई को मुंबई के बुलियन मार्केट में 741 रुपये की बढ़त के साथ सोने की कीमत प्रति तोला 50,181 रुपये तक पहुंच गई थी।
वर्तमान में 10 ग्राम सोने की कीमत 18, 22 और 24 कैरेट के अनुसार क्रमश: 37,636 रुपये, 45,966 रुपये और 50,181 रुपये तक पहुंच गई है। इसके अलावा इस पर 3 पर्सेंट का जीएसटी भी लग रहा है।
विशेषज्ञों के अनुसार कोरोना संकट के चलते दुनिया भर में निवेश का माहौल कमजोर हुआ है। ऐसे में सोने को सुरक्षित इन्वेस्टमेंट मानते हुए लोग खरीददारी कर रहे हैं। इसकी वजह से पीली धातु की चमक बढ़ी है।
जिस तरह सोने का भाव बढ़ रहा है उससे तो ऐसा ही लग रहा है कि अब सोना भी उच्च वर्ग का आभूषण बन जायेगा। आम लोगों की पहुंच से फिलहाल सोना दूर होता जा रहा है।
जानकारों के मुताबिक अमेरिका और चीन के बीच संबंधों के लगातार निचले स्तर पर पहुंचने और ट्रेड वॉर के गहराने की वजह से आने वाले दिनों में सोने में निवेश और बढ़ सकता है। साफ है कि निवेश बढऩे से कीमतों में भी इजाफा देखने को मिलेगा।
मालूम हो कि अमेरिका ने चीन को ह्यूस्टन स्थित कॉन्सुलेट को तीन अंदर के अंदर खाली करने को कहा है। अमेरिका ने इंटलेक्चुअल प्रॉपर्टी और सूचनाओं के संरक्षण के लिए इस कदम को जरूरी बताया है। दरअसल अमेरिका से लेकर जापान तक दिग्गज अर्थव्यवस्थाओं में गिरावट के चलते सोने की मांग में इजाफा हुआ है।
जापान में लगातार 15वें महीने अर्थव्यवस्था में कमजोरी देखने को मिली है। इससे यह स्पष्ट हुआ है कि कोरोना संकट से अभी राहत के संकेत नहीं मिले हैं।
बुलियन मार्केट के एक एक्सपर्ट ने कहा कि जिस तरह से बीते 4 महीनों में सोने की कीमतें बढ़ी हैं, उससे अगले 18 से 24 महीने यानी दो साल तक के वक्त में सोने की कीमतों के 65,000 रुपये के लेवल पर पहुंचने की उम्मीद है। आने वाले कुछ महीनों में निवेशक सोने की खरीद बढ़ाकर अपनी रकम को सेफ रखना चाहेंगे। इससे कीमतों में लगातार बढ़ोतरी हो सकती है।