अमेरिका की प्राइवेट इक्विटी फर्म सिल्वर लेक रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड की रिटेल सब्सिडियरी रिलायंस रिटेल में हिस्सेदारी खरीद सकती है। सिल्वर लेक रिलायंस रिटेल में 1 बिलियन डॉलर (करीब 7300 करोड़ रुपए) के निवेश को लेकर रिलायंस इंडस्ट्रीज से बातचीत कर रही है। इस मामले से वाकिफ सूत्रों के हवाले से फाइनेंशियल टाइम्स की रिपोर्ट में यह बात कही गई है।
रिलायंस रिटेल की वैल्यू 57 बिलियन डॉलर आंकी गई
रिपोर्ट के मुताबिक, सिल्वर लेक का यह निवेश रिलायंस रिटेल की 57 बिलियन डॉलर की वैल्यू के आधार पर किया जा रहा है। मुकेश अंबानी की अगुआई वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज अपनी रिटेल सब्सिडियरी रिलायंस रिटेल की 10 फीसदी हिस्सेदारी बेचने की योजना बना रही है। यह हिस्सेदारी बिक्री नए शेयर के रूप में की जाएगी। हालांकि, इस हिस्सेदारी बिक्री को लेकर सिल्वर लेक और रिलायंस इंडस्ट्रीज ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
रिटेल कारोबार में छाने की तैयारी कर रहे हैं मुकेश अंबानी
तेल से लेकर टेलीकॉम कारोबार करने वाले रिलायंस समूह के चेयरमैन मुकेश अंबानी भारत में रिटेल कारोबार में छाने की तैयारी कर रहे हैं। इस विस्तार के लिए मुकेश अंबानी संभावित निवेशकों की तलाश कर रहे हैं। हाल ही में एक मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया था कि अमेरिका की दिग्गज रिटेल कंपनी वॉलमार्ट इंक भी रिलायंस रिटेल में हिस्सेदारी खरीदने के लिए बातचीत कर रही है। वॉलमार्ट इंक ने 2018 में ही भारत की दिग्गज ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट को भी खरीदा था।
जियो प्लेटफॉर्म्स की 33% से ज्यादा हिस्सेदारी बेच चुके हैं मुकेश अंबानी
रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी अप्रैल से अब तक अपनी डिजिटल सब्सिडियरी जियो प्लेटफॉर्म्स की 33 फीसदी से ज्यादा हिस्सेदारी बेच चुके हैं। जियो प्लेटफॉर्म्स की हिस्सेदारी बिक्री से मुकेश अंबानी ने 1.52 लाख करोड़ रुपए जुटाए हैं। इस राशि का इस्तेमाल रिलायंस इंडस्ट्रीज का कर्ज चुकाने में किया गया है। जियो प्लेटफॉर्म्स में सोशल मीडिया कंपनी फेसबुक और टेक कंपनी गूगल ने भी हिस्सेदारी खरीदी है।
जियो प्लेटफॉर्म्स में सिल्वर लेक ने 2.08% हिस्सेदारी खरीदी
अमेरिकी इक्विटी फर्म सिल्वर लेक ने जियो प्लेटफॉर्म्स में भी 2.08 फीसदी हिस्सेदारी खरीदी है। यह हिस्सेदारी दो बार में खरीदी गई है। सिल्वर लेक ने जियो प्लेटफॉर्म्स में पहली बार 4 मई को 1.15 फीसदी हिस्सेदारी के लिए 5656 करोड़ रुपए का निवेश किया था। इसके बाद 5 जून को 0.93 फीसदी हिस्सेदारी के लिए 4547 करोड़ रुपए का निवेश किया था।