रूस के साथ खुली आकाश संधि से अमेरिका को हटाना चाहते हैं ट्रंप

नई दिल्ली। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने गुरुवार को घोषणा की कि उन्होंने रूस के साथ खुला आसमान (ओपेन स्काईज) संधि से अमेरिका को हटाने की योजना बनाई है। ट्रम्प ने राष्ट्रपति का पद संभालने के बाद से तीसरी हथियार नियंत्रण संधि को निरस्त किया है। ट्रंप ने कहा कि मॉस्को ने 18 वर्ष पहले हुए समझौते के तहत अपनी प्रतिबद्धताओं को नहीं निभाया है। इस संधि को महाशक्तियों के बीच सैन्य पारदर्शिता और आपसी विश्वास में सुधार के लिए बनाया गया था।

ट्रम्प ने व्हाइट हाउस में संवाददाताओं से कहा, “रूस ने संधि का पालन नहीं किया। अगर वे इसका पालन नहीं करते हैं, तो हम बाहर निकल जाएंगे। मॉस्को ने जल्दी से इसका खंडन करते हुए कहा कि अमेरिका के हटने से यूरोपीय सुरक्षा को खतरा पैदा होगा और अमेरिकी सहयोगियों के हितों को नुकसान पहुंचेगा। नाटो के सदस्य भी संधि में शामिल हैं। यूरोपीय सुरक्षा को प्रभावित करने वाले इस कदम के परिणामों का आकलन करने के लिए शुक्रवार को नाटो के राजदूतों की एक बैठक तत्काल बुलाई गई है।

जर्मनी के विदेश मंत्री हेइको मास ने वाशिंगटन से इस फैसले पर पुनर्विचार करने का आग्रह करते हुए कहा कि जर्मनी, फ्रांस, पोलैंड और ब्रिटेन ने अमेरिका को बार-बार समझाया था कि हाल के वर्षों में रूस के साथ जो समस्याएं हैं, वे संधि से बाहर निकलने को जायज ठहराने के लिये उचित नहीं हैं। मास ने कहा, ” यह संधि लगभग पूरे उत्तरी गोलार्ध में सुरक्षा और शांति कायम रखने में योगदान करती है। हम संधि को लागू करना जारी रखेंगे और इसे बचाये रखने के लिए सब कुछ करेंगे।”

अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने कहा कि ट्रम्प औपचारिक रूप से अमेरिका को संधि से हटाने की योजना की जानकारी शुक्रवार को संधि में शामिल देशों को देंगे। इसके बाद संधि से बाहर निकलने की छह महीने की उलटी गिनती शुरू होगी। खुला आकाश समझौता प्रत्येक हस्ताक्षरकर्ता देश की सेना को हर वर्ष किसी अन्य सदस्य देश की हवाई सीमा में अल्प सूचना पर एक निश्चित संख्या में निगरानी उड़ानों का संचालन करने की अनुमति देता है। विमान सैन्य प्रतिष्ठानों और गतिविधियों की जानकारी और तस्वीरें एकत्र कर सकता है।

रूस और अमेरिका सहित इस संधि में 35 हस्ताक्षरकर्ता हैं, हालांकि एक हस्ताक्षरकर्ता किर्गिस्तान ने अभी तक इसकी पुष्टि नहीं की है। इसका मूल विचार यह है कि प्रतिद्वंद्वी जितना अधिक एक दूसरे के बारे में जानते हैं, संघर्ष की संभावना उतनी ही कम होगी।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here