नई दिल्ली। भारत पाकिस्तान वर्ल्ड कप मुकाबले में, भारतीय टीम के टॉप स्कोरर रहे कप्तान रोहित शर्मा। 86 रन की पारी में रोहित ने 6 चौके, 6 सिक्स लगाए। हिटमैन ने अपनी पावर हिटिंग के दम पर भारत की जीत पक्की कर दी।
पावर हिटिंग में लागू होता पेंडुलम का साइंस
हमारे एकस्पर्ट औऱ बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डॉ दीपक कुमार डोगरा के मुताबिक, पावर हिटिंग के पीछे काम करता है पेंडुलम का साइंस।
डबल पेंडुलम साइंस से मिलती है दोगुनी ताकत
डबल पेंडुलम में एक पेंडुलम की मूवमेंट फिक्स होती है, लेकिन दूसरा 360 डिग्री तक घूम सकता है। इसके चलते डबल पेंडुलम में दोगुनी ताकत मिलती है
पावर हिटर्स को मिलने वाला फायदा
पावर हिटर्स को डबल पेंडुलम साइंस का फायदा मिलता है। जब-जब बल्लेबाज शॉट लगाता है, तब-तब वो इस डबल पेंडुलम मोशन में आता है। बल्लेबाज की कलाई को पहला पेंडुलम माना जाता है, वहीं बल्ले का सबसे निचला हिस्सा दूसरा पेडुलम होता है। ये दोनों पेंडुलम बल्लेबाज के कंधे से जुड़ते हैं।
रोहित की पावर हिटिंग का खास हथियार, पुल शॉट
पुल शॉट खेलते वक्त रोहित के पैर, कमर और सिर एक सीधी लाइन में रहते हैं। बॉडी बैलेंस रहती। रोहित की सैकेडिक आई मोमेंट एबिलिटी हाई है। सैकेडिक आई मोमेंट यानी तेजी से आ रहे ऑब्जेक्ट को देखने की क्षमता। रोहित बॉल को नजदीक तक देखते हैं। उन्हें पता रहता है बॉल कहां पिच करेगी। वर्ल्ड कप 2023 के उनके आंकड़े, उनकी पावर हिटिंग के स्किल को दिखाते हैं।