लखनऊः खून के रिश्ते तार-तार, सगे भाई ने ही की थी मासूम की हत्या

-न्यूज 7 एक्सप्रेस ब्यूरो

-हत्या का खुलासा करने वाली पुलिस टीम को एसएसपी ने 5 हजार रुपये का इनाम देने की घोषणा की

लखनऊ। आज राजधानी लखनऊ के मडियांव इलाके में रिश्तों को कत्ल करने वाली सनसनीखेज वारदात सामने आयी है। उल्लेखनीय है कि मडियांव इलाके के तहत पानी भरे गढ्ढे में पायी गयी एक सात साल के मासूम की लाश मिलने से इलाके में सनसनी फैल गयी थी। उसकी शनाख्त मडियांव इलाके में रहने वाले एक डेरी के गार्ड के सात साल के मासूम बेटे यशू सिंह के तौर पर हुयी थी। लाश मिलने के बाद हरकत में आयी पुलिस ने तेजी से जांच करते हुए इस मामले का पर्दाफाश कर दिया। इस वारदात के बारे में जानकारी देते हुए लखनऊ के एसएसपी कलानिधि नैथानी ने बताया कि सीतापुर का रहने वाला विजेन्द्र कुमार अपने परिवार के साथ मडियांव के फैजउल्लागंज के एक प्राइवेट स्कूल में पढ़ता था। उनके मुताबिक यह रिश्तों को कत्ल कर देने वाली वारदात यासू के सगे बड़े भाई ने अंजाम दी थी।

उल्लेखनीय है कि पकड़ा गया आरोपी युवक बीएसी का छात्र है। उसने सम्पत्ति की लालच में आकर अपने छोटे भाई की हत्या की गयी थी। एसएसपी कलानिधि नैथानी ने बताया कि मडियांव इलाके में रहने वाले एक डेरी के गार्ड का सात साल का बेटा यशू सिंह एक प्राइवेट स्कूल में कक्षा दो का छात्र था। बीते 14 अगस्त की शाम यशू सिंह अचानक गायब हो गया। परिवार वालों ने उसको इधर.उधर काफी तलाशा पर कोई पता नहीं चल सका। इसके बाद परिवार वालों ने यशू सिंह की गुमशुदगी की रिपोर्ट मडिय़ांव कोतवाली में दर्ज करायी। परिवार के लोग और पुलिस यशू सिंह की तलाश में लगे पर कोई पता नहीं चल सका। इस बीच 15 अगस्त की दोपहर मासूम यशू सिंह का शव घर से कुछ दूरी पर यासीनबाग में एक पानी से भर प्लाट में पड़ा मिला। यशू सिंह का शव मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया। परिवार वालों ने उसकी हत्या की आशंका जतायी। पुलिस ने छानबीन के बाद यशू सिंह के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ कि मासूम यशू सिंह की गला दबाकर हत्या की गयी थी। पीएम रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने इस मामले में हत्या की धारा की बढ़ोतरी की।

पुलिस ने बताया कि इस सनसनीखेज हत्या के मामले में पुलिस ने जब घटनास्थल से 200 मीटर पहले लगे सीसीटीवी कैमरे को चेक किया तो मासूम यशू सिंह अपने बड़े भाई सूरज सिंह के साथ जाता हुआ दिखा। एक घंटे के बाद सूरज सिंह सीसीटीवी फुटेज में अकेला ही वापस आता हुआ दिखा। उसके साथ उसका छोटा भाई यशू सिंह मौजूद नहीं था। बस इसी फुटेज की मदद से पुलिस को यशू सिंह के बड़े भाई सूरज सिंह पर शक हो गया। पुलिस ने जब यशू सिंह के परिवार वालों से सूरज सिंह के बारे में जानकारी मांगी तो पता चला कि सूरज सिंह घटना के बाद सीतापुर कमलापुर अपने गांव गया है। अचानक सूरज सिंह का इस तरह गांव जाने ने पुलिस का शक और गहरा दिया। इसके बाद पुलिस की टीम सीतापुर पहुंची और सूरज सिंह को वहां से लेकर मडिय़ांव पहुंची।

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार सीसीटीवी फुटेज को खंगालने पर यह मासूम अपने बड़े भाई के साथ जाता देखा गया था जो अपने मूल निवास सीतापुर में था। उसे हिरासत में ले लिया गया और कड़ाई से पूछताछ करने पर उसने अपने जुर्म को स्वीकार कर लिया। उसने इस हत्या के पीछे जो हकीकत बयान की उसे सुनकर मानो पैरों के तले से जमीन खिसक गयी। सूरज के अनुसार उसके वालिद उसे आवारा कहते हुए आये रोज डांटते थे और अपनी जायदाद से बेदखल करने की धमकी देते थे। 13 अगस्त को सूरज के पिता ने नाराजगी में यह तक कह डाला था कि उनके एक ही बेटा होता तो ठीक था। इस पर सूरज सिंह को लगने लगा कि शायद उसके पिता सारी सम्पत्ति उसके छोटे भाई यशू सिंह के नाम कर देंगे और उसको कुछ नहीं मिलेगा।

पुलिस के अनुसार पिता की बात से नाराज सूरज सिंह ने छोटे भाई को रास्ते से हटाने की ठान ली। 14 अगस्त की रात वह छोटे भाई यशू सिंह को चाट खिलाने की बात कहकर अपने साथ ले गया। इसके बाद उसने एसएस जेडी स्कूल के पास पिंटू गुप्ता की दुकान पर यशू सिंह को चाट खिलायी और फिर वापस घर के लिए चला। रास्ते में यासीनबाग के पास आरोपी सूरज ने छोटे भाई की मुंह व नाक दबाकर उसको बेहोश कर दिया। इसके बाद उसको यशू सिंह का गला दबा दिया। यशू सिंह के बेहोश होने पर आरोपी ने उसको औंधे मुंह पानी से भरे प्लाट में फेंक दिया और फरार हो गया। सूरज सिंह ने बताया कि उसने अपने छोटे भाई यशू सिंह की हत्या करने के लिए पहले चाकू से वार करने का प्लान बनाया था। इसके लिए उसने रामरूप सोनी की दुकान से सब्जी काटने वाला चाकू भी खरीदा था।

सूरज के अनुसार पहले उसका प्लान अपने भाई की हत्या चाकू से करने की थी। चाट की दुकान से लौटते वक्त अचानक सूरज सिंह के दिमाग में आया कि अगर वह चाकू से वारकर छोटे भाई की हत्या करेंगा तो खून उसके कपड़े पर लग जायेगा। ऐसे में खून से लगे कपड़े छुपाने में उसको दिक्कत आयेगी। बस इस पर ही उसने चाकू से हत्या करने का प्लान बदल दिया। आरोपी ने यशू सिंह की हत्या के बाद खरीदा गया चाकू भी मौके पर ही फेंक दिया था। पुलिस को मौके से चाकू मिल गया था। इस सनसनीखेज हत्या का खुलासा करने वाली पुलिस टीम को एसएसपी ने 5 हजार रुपये का इनाम देने की घोषणा की है। सगे रिश्तों को तार तार कर देने वाली इस वारदात के बारे में जिसने सुना उसका कलेजा मुंह में आ गया हर किसी के जुबान पर यही बात थी कि पिता से नाराजगी का बदला उसने अपने मासूम भाई की हत्या करके क्यों उतारा।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here